पोहरी। पोहरी तहसील के अंतर्गत ग्राम पंचायत भैंसरावन रोड पर इन दिनों हालत बद से बदतर हो चुकी है। यह मार्ग राजस्थान को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग है, जिस पर रोजाना बस, ट्रक और भारी वाहन गुजरते हैं। लेकिन सड़क पर जगह-जगह बने बड़े-बड़े गड्ढों और जर्जर हालत के कारण लोगों का निकलना मुश्किल हो गया है। खासतौर से दो जगहों पर बने गहरे गड्ढों ने सड़क को जानलेवा बना दिया है।
ग्रामीणों ने बताया कि गड्ढे इतने गहरे हो चुके हैं कि चार पहिया वाहन तो अक्सर फंस जाते हैं और कई बार वाहन नीचे से टकराकर क्षतिग्रस्त भी हो चुके हैं। वहीं, बारिश के समय इन गड्ढों में पानी भर जाने से हादसों का खतरा और भी बढ़ जाता है। ग्रामीण रामलाल आदिवासी ने बताया-"यह सड़क पीडब्ल्यूडी विभाग की है और ठेकेदार द्वारा इसका निर्माण कराया गया था, लेकिन यहां पुलिया का निर्माण नहीं कराया गया। यदि समय पर पुलिया बना दी जाती तो आज ग्रामीणों और राहगीरों को इतनी परेशानी नहीं उठानी पड़ती।"
वहीं, समाजसेवी वृजकिशोर धाकड संवाददाता ने कहा-सरकार और प्रशासन की अनदेखी के कारण सड़क की हालत बद से बदतर हो चुकी है। हम लोग रोजाना खतरे में सफर करने को मजबूर हैं। कई वाहन तो टूट-फूट का शिकार हो चुके हैं। हमारी मांग है कि यहां शीघ्र ही पुलिया का निर्माण कराया जाए।"
ग्रामीणों का कहना है कि इस सड़क से रोजाना न केवल स्थानीय लोग बल्कि राजस्थान की ओर जाने वाले यात्री भी गुजरते हैं। ऐसे में सड़क की दुर्दशा से सभी को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो वे सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
यह मुद्दा अब प्रशासन के लिए चुनौती बन चुका है। ग्रामीणों की मांग है कि सरकार और पीडब्ल्यूडी विभाग तत्काल संज्ञान लेते हुए पुलिया का निर्माण कराए, जिससे लोगों की आवाजाही सुरक्षित और सुगम हो जाऐ।
ग्रामीणों ने बताया कि गड्ढे इतने गहरे हो चुके हैं कि चार पहिया वाहन तो अक्सर फंस जाते हैं और कई बार वाहन नीचे से टकराकर क्षतिग्रस्त भी हो चुके हैं। वहीं, बारिश के समय इन गड्ढों में पानी भर जाने से हादसों का खतरा और भी बढ़ जाता है। ग्रामीण रामलाल आदिवासी ने बताया-"यह सड़क पीडब्ल्यूडी विभाग की है और ठेकेदार द्वारा इसका निर्माण कराया गया था, लेकिन यहां पुलिया का निर्माण नहीं कराया गया। यदि समय पर पुलिया बना दी जाती तो आज ग्रामीणों और राहगीरों को इतनी परेशानी नहीं उठानी पड़ती।"
वहीं, समाजसेवी वृजकिशोर धाकड संवाददाता ने कहा-सरकार और प्रशासन की अनदेखी के कारण सड़क की हालत बद से बदतर हो चुकी है। हम लोग रोजाना खतरे में सफर करने को मजबूर हैं। कई वाहन तो टूट-फूट का शिकार हो चुके हैं। हमारी मांग है कि यहां शीघ्र ही पुलिया का निर्माण कराया जाए।"
ग्रामीणों का कहना है कि इस सड़क से रोजाना न केवल स्थानीय लोग बल्कि राजस्थान की ओर जाने वाले यात्री भी गुजरते हैं। ऐसे में सड़क की दुर्दशा से सभी को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो वे सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
यह मुद्दा अब प्रशासन के लिए चुनौती बन चुका है। ग्रामीणों की मांग है कि सरकार और पीडब्ल्यूडी विभाग तत्काल संज्ञान लेते हुए पुलिया का निर्माण कराए, जिससे लोगों की आवाजाही सुरक्षित और सुगम हो जाऐ।