SHIVPURI NEWS - करैरा ठेकेदार की लापरवाही: अग्रसेन जयंती से पहले खोदी सड़कें, वार्डवासी परेशान

Bhopal Samachar

करैरा। शिवपुरी जिले के करैरा नगर के वार्ड क्रमांक 2,3 और 4 में ठेकेदार की मनमानी ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। अग्रसेन जयंती से ठीक एक दिन पहले रात के अंधेरे में पानी पाइप लाइन डालने का काम शुरू कर ठेकेदार ने सड़कें खोद डालीं। इस दौरान कई घरों के सामने बने चबूतरे तोड़े गए और उनमें से निकले खंडे वहीं बिखरे छोड़ दिए गए कई लोगों के दरवाजे चबूतरों पर खन्डे रख दिए है जिससे लोगों को घरों से निकलने में काफी परेशान हो रही है

इसके कारण लोगों के घर से बाहर निकलना तक मुश्किल हो गया है। महिलाएं और बच्चे सबसे ज्यादा परेशान हैं, क्योंकि गलियों में खड़े पानी और टूटे पत्थरों के कारण गिरने और चोट लगने का खतरा बना हुआ है।

स्थानीय निवासी बाबू खान ने कहा कि "रातों-रात सड़क और चबूतरे तोड़ दिए गए। घर से निकलना तक दूभर हो गया है। नालियों का पानी सड़क पर फैल गया है, जिससे बीमारियां फैलने का डर भी है। त्योहार से पहले की गई इस तोड़फोड़ ने पूरे मोहल्ले को परेशान कर दिया है।"

इसी तरह वार्ड की महिला निवासी रानी ने नाराजगी जताते हुए कहा कि "बच्चों को स्कूल भेजना मुश्किल हो गया है। गली में हर जगह पानी और पत्थर फैले हैं, निकलते वक्त फिसलने का डर बना रहता है। प्रशासन को हमारी परेशानी की जरा भी परवाह नहीं है।"

वहीं, मालती ने बताया कि "त्योहार के मौके पर घरों में मेहमान आते हैं, लेकिन इस हालात में कोई मेहमान तक नहीं आ सकता। नाली का गंदा पानी पूरे रास्ते में फैला हुआ है। हमारी बार-बार शिकायत के बाद भी कोई अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा।"

लोगों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि नगर परिषद और जिम्मेदार अधिकारी पूरे मामले पर आंखें मूंदे बैठे हैं। त्योहार के अवसर पर जहां सफाई और व्यवस्था की जरूरत थी, वहीं प्रशासनिक लापरवाही और ठेकेदार की जल्दबाजी ने लोगों की परेशानियां और बढ़ा दी हैं।

वार्डवासियों की मांग है कि तुरंत सड़क की मरम्मत, सफाई और पानी निकासी की व्यवस्था कराई जाए, ताकि अग्रसेन जयंती के कार्यक्रम सुचारू रूप से संपन्न हो सकें।

अमन जैन कृष्णगंज करेरा का कहना है कि आज अग्रसेन जयंती के दिन हम लोगों को चल समारोह निकालने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा सड़कें खुदी पड़ी थी नालियां टूटी पड़ी है सड़कों पर गंदा पानी फैला था जिम्मेदार नहीं देते हैं ध्यान ।