शिवपुरी। मध्य प्रदेश में शिव की नगरी 'शिवपुरी' कही जाने वाली शिवपुरी में आज चारों तरफ गंदगी ही गंदगी पड़ी हुई हैं, वहीं इस शहर की रोड़ों की स्थिति अगर देखी जाए तो यह कह सकते हैं कि रोड़ों में गड्ढे नहीं हैं,बल्कि गढ़डों में रोड़े हैं। शिवपुरी शहर की नगरपालिका पिछले दो सालों से विशेष चर्चा में बनी हुई हैं। इसका कारण यह कह सकते हैं कि शहर की नगरपालिका अध्यक्ष अपना पेट भरने में लगी हुई हैं और इस शहर में पिछले 2 सालों में 3 सीएमओं बदल चुके हैं।
शहर की इस भोली-भाली जनता जिसने अपने वोटों से पार्षदों को जिताया, केवल यह उम्मीद थी कि शहर के इन 39 वार्डों की स्थिति सुधर जाएगी,लेकिन स्थिति सुधारने की जगह और बिगड़ रही हैं, शहर के अधिकतर वार्ड देखें जाये तो लोगों कच्चे रास्ते से निकलना पड़ रहा हैं, तथा बरसात में उस रास्ते ही हालत काफी बिगड़ी हुई पड़ी हैं।
अब हम बात करते हैं शहर के वार्ड क्रमांक 39 की, जिसमें दर्पण कॉलोनी की तस्वीरें वास्तव में देखने लायक ही हैं, इस कॉलोनी में कच्ची रोड़ हैं जबकि जनता वार्ड पार्षद से कह कहकर थक चुकी हैं कि कॉलोनी में रोड डलवा दो,लेकिन पार्षद का कहना होता हैं कि मैं क्या करूं मैं कैसे इस रोड को ठीक करवाएं, क्योंकि में खुद अब इस पार्षदी वाले पद से छुटकारा चाहता हूं।
जब जनता ने यह सवाल पार्षद से किया कहा कि हमने आपको बड़ी उम्मीद के साथ पार्षद बनाया था कि हमारी कॉलोनी में कुछ सुधार आयेंगे,लेकिन पूरे 3 सालों बाद भी कॉलोनी में कोई बदलाव नहीं आया। बल्कि स्थिति और बिगड़ गई, पार्षद ने कहा कि ऊपर से फंड आयेगा तभी तो में वार्ड की कॉलोनियों में काम करवाउंगा, और पिछले 3 सालों से नगर पालिका में यहीं चल रहा हैं।
गणपति बब्बा आयेगा और जाने ही वाले हैं, लेकिन शहर की स्थिति ज्यों-कि-त्यों
वहीं त्योहारों पर त्यौहार आ रहे हैं,लेकिन शहर की स्थित वहीं की वहीं बनी हुई हैं। अभी 9 अगस्त में रक्षाबंधन आया, जिसके बाद 16 अगस्त को कृष्ण जन्माष्टमी, 31 अगस्त को श्री राधा अष्टमी और 27 अगस्त को गणपति बप्पा आये और अब जिनका विसर्जन भी होना आरंभ हो गया हैं।
वहीं आने वाली 25 सितंबर से नवदुर्गा आरम्भ होने वाले हैं,जिसकी तैयारी भी शहर में नजर नहीं आ रही, क्योंकि शहर की साफ-सफाई, मूलभूत सुविधाओं, शहर के सभी वार्डों की जिम्मेदारी नगरपालिका पर होती हैं,लेकिन नगरपालिका में बैठी अध्यक्ष महोदय ने अपने पद की कोई भी जिम्मेदारी सही से नहीं निभाई, शहर की जनता नगरपालिका अध्यक्ष से बहुत ज्यादा परेशान हो चुके हैं इसका कारण केवल यह कह सकते हैं।
शिवपुरी की हर पीड़ा में सहभागी, सिंधिया जी का पारिवारिक दायित्व
शिवपुरी शहर की अब एकमात्र आस केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ही हैं, जो कि अब इस शिवपुरी शहर का कुछ उद्धार कर सकते हैं, नहीं तो अब यह शहर राम भरोसे ही चलेगा।
शहर की इस भोली-भाली जनता जिसने अपने वोटों से पार्षदों को जिताया, केवल यह उम्मीद थी कि शहर के इन 39 वार्डों की स्थिति सुधर जाएगी,लेकिन स्थिति सुधारने की जगह और बिगड़ रही हैं, शहर के अधिकतर वार्ड देखें जाये तो लोगों कच्चे रास्ते से निकलना पड़ रहा हैं, तथा बरसात में उस रास्ते ही हालत काफी बिगड़ी हुई पड़ी हैं।
अब हम बात करते हैं शहर के वार्ड क्रमांक 39 की, जिसमें दर्पण कॉलोनी की तस्वीरें वास्तव में देखने लायक ही हैं, इस कॉलोनी में कच्ची रोड़ हैं जबकि जनता वार्ड पार्षद से कह कहकर थक चुकी हैं कि कॉलोनी में रोड डलवा दो,लेकिन पार्षद का कहना होता हैं कि मैं क्या करूं मैं कैसे इस रोड को ठीक करवाएं, क्योंकि में खुद अब इस पार्षदी वाले पद से छुटकारा चाहता हूं।
जब जनता ने यह सवाल पार्षद से किया कहा कि हमने आपको बड़ी उम्मीद के साथ पार्षद बनाया था कि हमारी कॉलोनी में कुछ सुधार आयेंगे,लेकिन पूरे 3 सालों बाद भी कॉलोनी में कोई बदलाव नहीं आया। बल्कि स्थिति और बिगड़ गई, पार्षद ने कहा कि ऊपर से फंड आयेगा तभी तो में वार्ड की कॉलोनियों में काम करवाउंगा, और पिछले 3 सालों से नगर पालिका में यहीं चल रहा हैं।
गणपति बब्बा आयेगा और जाने ही वाले हैं, लेकिन शहर की स्थिति ज्यों-कि-त्यों
वहीं त्योहारों पर त्यौहार आ रहे हैं,लेकिन शहर की स्थित वहीं की वहीं बनी हुई हैं। अभी 9 अगस्त में रक्षाबंधन आया, जिसके बाद 16 अगस्त को कृष्ण जन्माष्टमी, 31 अगस्त को श्री राधा अष्टमी और 27 अगस्त को गणपति बप्पा आये और अब जिनका विसर्जन भी होना आरंभ हो गया हैं।
वहीं आने वाली 25 सितंबर से नवदुर्गा आरम्भ होने वाले हैं,जिसकी तैयारी भी शहर में नजर नहीं आ रही, क्योंकि शहर की साफ-सफाई, मूलभूत सुविधाओं, शहर के सभी वार्डों की जिम्मेदारी नगरपालिका पर होती हैं,लेकिन नगरपालिका में बैठी अध्यक्ष महोदय ने अपने पद की कोई भी जिम्मेदारी सही से नहीं निभाई, शहर की जनता नगरपालिका अध्यक्ष से बहुत ज्यादा परेशान हो चुके हैं इसका कारण केवल यह कह सकते हैं।
शिवपुरी की हर पीड़ा में सहभागी, सिंधिया जी का पारिवारिक दायित्व
शिवपुरी शहर की अब एकमात्र आस केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ही हैं, जो कि अब इस शिवपुरी शहर का कुछ उद्धार कर सकते हैं, नहीं तो अब यह शहर राम भरोसे ही चलेगा।