नरवर। शिवपुरी जिले के नरवर तहसील के ग्राम भैंसा गनेटा के धान के खेतों से एक 22 फुट लंबे अजगर का रेस्क्यू किया गया है। यह अजगर बकरी का डिनर कर धान के खेत में आराम कर रहा था। तभी किसानों की नजर इस अजगर पर पड़ी,और इस विशालकाय सांप को देखकर लोगों मे डर का माहौल पैदा हो गया। अजगर इतना बड़ा था कि किसी भी छोटे बच्चे को आसानी से निकल चुका था।
जानकारी के अनुसार नरवर के भैंसा गनेटा गांव के धान के खेतो में एक विशाल अजगर ने एक बकरी का शिकार कर लिया। बताया जा रहा है कि अजगर की आवाज सुनकर किसी ग्रामीण ने उसे देख लिया। इतना विशाल सांप देखकर उसके होश उड गए और उसने ग्रामीणों की इस अजगर सांप की सूचना दी। किसान का कहना था कि उसने देखते ही देखते ही बकरी को जिंदा निगल लिया।
इस अजगर के होने की सूचना नरवर के सर्प मित्र सलमान पठान को दी गई। देर शाम को तक सलमान पठान भैंसा गनेटा गांव पहुंचे और डिनर कर चुके अजगर का बडी मुश्किल से रेस्क्यू किया गया। धान के खेत से अजगर को बाहर निकाला पठान ने अजगर को उठाया तो उसका वजन लगभग 60 से 61 किलो के बीच में था जो की एक बकरी भी उसके पेट में थी पठान ने अजगर को पकड़कर वहां खड़े तमाम लोगों का डर बाहर निकाला।
सलमान ने बताया कि यह अजगर एक विशाल अजगर है इसकी लंबाई लगभग 22 फुट की है अजगर के पेट में बकरी भी है पठान ने अजगर को सुरक्षित पकड़ लिया और अपने साथ नरवर ले आए जिससे कि सुबह होते ही अजगर को मणि खेड़ा डैम के ऊपर सुरक्षित छोड़ दिया जाएगा।
जानकारी के अनुसार नरवर के भैंसा गनेटा गांव के धान के खेतो में एक विशाल अजगर ने एक बकरी का शिकार कर लिया। बताया जा रहा है कि अजगर की आवाज सुनकर किसी ग्रामीण ने उसे देख लिया। इतना विशाल सांप देखकर उसके होश उड गए और उसने ग्रामीणों की इस अजगर सांप की सूचना दी। किसान का कहना था कि उसने देखते ही देखते ही बकरी को जिंदा निगल लिया।
इस अजगर के होने की सूचना नरवर के सर्प मित्र सलमान पठान को दी गई। देर शाम को तक सलमान पठान भैंसा गनेटा गांव पहुंचे और डिनर कर चुके अजगर का बडी मुश्किल से रेस्क्यू किया गया। धान के खेत से अजगर को बाहर निकाला पठान ने अजगर को उठाया तो उसका वजन लगभग 60 से 61 किलो के बीच में था जो की एक बकरी भी उसके पेट में थी पठान ने अजगर को पकड़कर वहां खड़े तमाम लोगों का डर बाहर निकाला।
सलमान ने बताया कि यह अजगर एक विशाल अजगर है इसकी लंबाई लगभग 22 फुट की है अजगर के पेट में बकरी भी है पठान ने अजगर को सुरक्षित पकड़ लिया और अपने साथ नरवर ले आए जिससे कि सुबह होते ही अजगर को मणि खेड़ा डैम के ऊपर सुरक्षित छोड़ दिया जाएगा।