शहर के मुक्तिधाम पर बाइको की रोशनी में अंतिम संस्कार, नपाध्यक्ष के वार्ड में है - Shivpuri News

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी शहर के मुक्तिधाम मुक्तिधाम में पिछले रविवार की रात एक महिला का अंतिम संस्कार मोटरसाइकिलों की रोशनी में करना पड़ा। वहां की स्थिति यह थी कि घनघोर अंधेरे के कारण कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह हालात नगर पालिका अध्यक्ष के वार्ड के हैं, जबकि अन्य वार्डो में स्थिति क्या होगी, यह सोचने वाली बात है।

जानकारी के अनुसार, राजपुरा रोड निवासी गोविंद सेन की वृद्ध मां का निधन हो गया था। जब परिवार के सदस्य और रिश्तेदार अंतिम संस्कार के लिए मुक्तिधाम पहुंचे, तो वहां अंधेरा छाया हुआ था। शव यात्रा को वाहनों की रोशनी में शमशान घाट तक ले जाना पड़ा। वहां भी लाइट की कोई व्यवस्था नहीं थी। लोगों ने लकड़ी की टाल से लकड़ियां लेकर मोबाइल की टॉर्च की रोशनी में काम किया। अंतिम क्रिया के दौरान चारों ओर से दोपहिया वाहनों की लाइट जलाकर ही कार्य संपन्न किया जा सका। इससे पहले, करीब आठ दिन पहले कलारबाग क्षेत्र की एक युवती का भी रात में अंतिम संस्कार इसी प्रकार की स्थिति में किया गया था।

आम रास्तों में भी नहीं है स्ट्रीट लाइट
यहां बताना होगा कि शमशान घाट तक पहुंचने वाले रास्तों में भी स्ट्रीट लाइटें नहीं होने या फिर खराब होने के कारण रास्तों में भी अंधेरा पड़ा रहता है। ऐसे में रात के समय जो शव यात्रएं निकाली जाती हैं, उनमें लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसकी शिकायत कई बार नगर पालिका में दर्ज कराई गई है, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं है।

पानी के लिए भी परेशान हुए लोग
बताया जा रहा है कि लाइट न होने के कारण बोर चालू नहीं हो सका। ऐसे में शमशान घाट की पानी की टंकी में भी पानी उपलब्ध नहीं हुआ। इस वजह से लोगों को रात तो रात दिन में भी पानी के लिए परेशान होना पड़ गया। कुछ माह पूर्व तो एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार के समय हालात यह बने थे कि अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे पार्षद को फोन लगाकर नपा से टैंकर तक मंगवाना पड़ा गया था, तब कहीं जाकर अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी हो पाई थी।