starts of shivpuri - उक्ति बनी वायुसेना की महिला लेफ्टिनेंट फ्लाइंग ऑफिसर,देश में केवल 7 का चयन

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी की उक्ति पाराशर का चयन भारतीय वायुसेना में महिला लेफ्टिनेंट फ्लाइंग ऑफिसर के पद पर हुआ है। सफलता भरा समाचार शनिवार की रात उन्हें प्राप्त हुआ है। बेटी की सफलता से जहां परिवार तो खुश है वही शिवपुरी जिला भी अपने आप को गौरवशाली महसूस कर रहा है क्योंकि यह शिवपुरी जिले की पहली बेटी है जिन्होने यहां सफलता प्राप्त की है। शिवपुरी की प्रथम महिला लेफ्टिनेंट फ्लाइंग ऑफिसर उक्ति पाराशर ने अपनी सफलता के संघर्ष के विषय में बातचीत करते हुए बताया कि मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है

उक्ति ने एएफसीएटी (एयर फोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट) की कठिन परीक्षा पास कर यह उपलब्धि हासिल की है। इस परीक्षा में पूरे देश से केवल सात लड़कियों का चयन हुआ है, जिनमें से एक नाम उक्ति का भी है। उक्ति के पिता नवीन पाराशर एक जिम संचालक हैं और मां इंदू पाराशर वरिष्ठ व्याख्याता हैं।

उन्होंने बताया कि परिवार ने हर असफलता के बाद उक्ति को प्रोत्साहित किया, जिससे वह कभी हारी नहीं। अब उक्ति शिवपुरी जिले की पहली महिला अफसर बन गई हैं जिन्हें वायुसेना में फ्लाइंग ऑफिसर बनने का गौरव प्राप्त हुआ है। उक्ति ने बताया कि उन्होंने खुद से अंग्रेजी बोलने का अभ्यास शुरू किया, चाहे वह पेड़ के सामने ही क्यों न हो। यही निरंतर अभ्यास और आत्मविश्वास अंततः उनकी सफलता की कुंजी बना।उनकी इस उपलब्धि पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी दिल्ली से फोन कर उन्हें बधाई दी।

5 बार असफलता, लेकिन हार नहीं मानी
सन 2023 में उक्ति ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक. की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने अपने मित्र कात्यायन मिश्रा (सेवा) के साथ मिलकर AFCAT परीक्षा की तैयारी शुरू की। उन्होंने पाँच बार प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। हर बार असफल होने के बाद उन्होंने अपनी कमजोरियों का विश्लेषण किया। खासकर अंग्रेजी बोलने की कमी को।

अग्रेजी ने मुझे 5 बार असफल किया-पेड़ के आगे किया अभ्यास
मैंने हायर सेकंडरी तक अंग्रेजी का अभ्यास गंभीरता से नहीं किया था, जिससे अंग्रेजी बोलने की क्षमता कमजोर रह गई। इसी कमजोरी के कारण मुझे पांच बार लगातार असफलता का सामना आप करना पड़ा, लेकिन जब मैंने इस कमजोरी को दूर करने के लिए पेड़ के सामने खड़े होकर अंग्रेजी में बोलने और बोले गए शब्दों को दोहराने का अभ्यास किया, तो परिणाम सकारात्मक मिला। छठवीं बार में मैंने परीक्षा पास कर ली।"

शिवपुरी में क्या प्रसिद्ध है?' उक्ति पाराशर का जवाब 'सिंधिया परिवार
5 फुट 11 इंच लंबी उक्ति पाराशर ने बताया कि वायुसेना फ्लाइंग अफसर के साक्षात्कार में उनसे शिवपुरी के बारे में पूछा गया। उक्ति ने उत्तर दिया, 'सिंधिया परिवार,' जिसके बाद जूरी ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से जुड़े सवाल किए। फिर उक्ति से शिवपुरी के पर्यटक स्थलों का ग्राफ तैयार करने को कहा गया, जिसमें उन्होंने सिंधिया छतरी, टुंडा भरका, भदैया कुंड और चुड़ैल छज्जा का विवरण दिया। जब जूरी को यह ग्राफ पसंद आया, तो उक्ति देशभर के लाखों बच्चों में से चुने गए 9 लोगों में शामिल हुई। यह उनकी बड़ी सफलता थी।

सतत प्रयास से उक्ति ने हर मुश्किल को पार किया'
परिस्थितियां हमेशा अनुकूल नही होतीं, लेकिन धैर्य नहीं छोड़ना चाहिए। लक्ष्य हासिल करने के लिए लगातार प्रयास करना जरूरी है। 22 से 24 साल की उम्र में निरंतर अभ्यास के बाद मुझे सफलता मिली।