शिवपुरी। मध्य प्रदेश शासन से मान्यता प्राप्त लुटेरे विभाग के पास शहर में बिजली की डीपी को कवर कराने के लिए बजट नहीं है इस कारण सीधे सीधे लिख सकते है कि बिजली विभाग ने मौत की प्रदर्शनी लगा रखी है। शहर में कई स्थानों पर रखे गए ट्रांसफार्मरों के ढक्कन गायब हो चुके है। मानसून काल शुरू हो चुका है और शहर मे जलभराव के रुझान आने लगे है। ऐसे में ट्रांसफार्मरों में हर दिन फॉल्ट व स्पार्किंग होने के साथ करंट फैलने का खतरा बना रहता है।
इतना ही नहीं डीपीओ के पास जलभराव होने पर स्थिति ज्यादा बिगड़ जाती है। छोटे बच्चों से लेकर मवेशियों के लिए यह किसी बड़े खतरे से कम नहीं हैं। बिजली कंपनी ने कुछ चुनिंदा जहां पर वीआईपी लोग निवास करते है, वहां पर तो ट्रांसफार्मर के चारों तरफ बैरिकेडिंग या फेसिंग कर दी है, लेकिन शहर के अलग-अलग 50 से अधिक स्थानों पर यह ट्रांसफार्मर खुली हुई हालत में पड़े हैं।
जिम्मेदार अधिकारी इस बड़ी समस्या की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे, जबकि हर बारिश के मौसम में इन खुले ट्रांसफार्मरों के कारण करंट के संपर्क में आने से मवेशियों की मौत हो जाती है। पत्रिका ने जब शहर में खुले में लगे ट्रांसफार्मरों की पड़ताल की तो यह तथ्य सामने आए।
शहर में खुला पड़ा है ट्रांसफार्मर
शहर के न्यू ब्लॉक में चाट की दुकान के पास रोड किनारे खुला ट्रांसफार्मर है। यहां आसपास रहने वाले सचिन शर्मा ने बताया कि एक तो यह ट्रांसफार्मर बिल्कुल रोड किनारे लगा है। उसके बाद यह खुला हुआ है। ट्रांसफार्मर के ऊपर लगा गेट भी गायब है। कभी भी यहां पर फाल्ट होने से तेज करंट व आग जैसी निकलती है। कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है। बिजली कंपनी को चाहिए कि यहां पर सुरक्षा को लेकर चारो तरफ से जाली लगाए।
कस्टम गेट पर 2 ट्रांसफार्मर
शहर के कस्टम गेट पर एक नहीं बल्कि दो ट्रांसफार्मर बिल्कुल रोड से सटकर लगे है। हर रोज यहां से सैकड़ों दो व चार पहिया वाहन गुजरते है और कभी भी फाल्ट होते हैं। इस ट्रांसफार्मर के तार भी इधर उधर निकले हैं। यहां पर दो दुकानें भी पास में ही हैं। इन ट्रांसफार्मरों पर कोई जाली नहीं लगाई गई है। यहां रहने। सोमेश जैन का कहना है कि इन ट्रांसफार्मरों में कभी भी फाल्ट होते रहते है। बिजली कंपनी को इनके चारों तरफ जाली लगाना चाहिए।
आर्यसमाज रोड पर खतरा
आर्य समाज रोड पर भी दो ट्रांसफार्मर रोड पर लगे हैं। इनके भी ढक्कन खुले हुए हैं। यह तो इतना नीचे लगे हैं कि कोई भी छोटा बच्चा इन्हें आसानी से पकड़ सकता है। इसके अलावा मवेशी भी इनसे सटकर खड़े हो जाते है। तार भी इधर उधर खुले हुए हैं। बारिश के मौसम में यहां भी कोई अनहोनी हो सकती है। यहां रहने वाले दुकानदारा रमेश गुप्ता ने बताया कि कई बार इस ट्रांसफार्मर के चारों तरफ जाली लगाने की बोल चुके हैं, पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।
कृषि उपज मंडी के पास भी यही हाल
शहर की कृषि उपज मंडी के पास ही एक ट्रांसफार्मर खुला हुआ लगा है। आसपास काफी मकान हैं और रोड भी चालू है। यहां से हर दिन सैकड़ों लोगों का आना-जाना होता है। यह ट्रांसफार्मर भी काफी नीचे लगा है। इस खुले ट्रांसफार्मर पर कुछ महीने पह क गाय करंट के संपर्क में आने से मृत हो गई थी। इस रोड पर दुकान चलाने वाले दिनेश सेन ने बताया कि बारिश में करंट का खतरा रहता है। इसलिए इन ट्रांसफार्मरों को कवर्ड करना बहुत जरूरी है।
अलग से बजट नहीं आता है
बिजली कंपनी के पास खुले ट्रांसफार्मरों को कवर्ड करने के लिए अलग से बजट आता है। अगर कंपनी के पास बजट नहीं है तो वह वरिष्ठ कार्यालय से इसके लिए बजट की मांग करे। यह बात सही है कि बारिश के मौसम में यह खुले ट्रांसफार्मर खतरे से खाली नहीं होते। कंपनी को किसी न किसी तरह से इनको कवर्ड करना बहुत जरूरी है, जिससे कभी कोई जनहानि न हो।
बीसी अग्रवाल, सेवानिवृत प्रबंधक, बिजली कंपनी शिवपुरी।
यह काम इतनी जल्दी नहीं हो सकता
आपने सही बात बताई है। पर यह काम इतनी जल्दी नहीं हो सकता। मैं कल ही इस काम के लिए डीई से बोलता हूं कि वह जल्द एक प्रस्ताव बनाकर दें। जिससे शहर में खुले पड़े सभी ट्रांसफार्मरों को कवर्ड करने का काम हो सके।
संदीप कालरा, महाप्रबंधक म प्र वि वि कं.