शिवपुरी। शिवपुरी समाचार डॉट कॉम की खबर का असर हुआ है। शिवपुरी समाचार ने लाल चंदन की तस्करी, हजारो पेड़ों की हत्या-खैर का जंगल साफ शीर्षक से खबर का प्रकाशन किया था। इस खबर पर जंगल वाले विभाग चेत गया और शिवपुरी की सतनवाड़ा रेंज अंतर्गत खैर की लकड़ी की तस्करी कर रहे एक ट्रक को जब्त किया है। आरोपित के खिलाफ आपराधिक प्रकरण कायम कर मामले की विवेचना शुरू कर दी गई है।
सतनवाड़ा रेंजर माधव सिंह सिकरवार के अनुसार बुधवार को वह रेंज क्षेत्र में गस्त कर रहे थे, इसी दौरान उन्हें खांदी के पाए एक ट्रक आता दिखाई दिया। उक्त ट्रक में खैर की लकड़ी भरी हुई थी। जब ट्रक को रोक कर लकड़ी से संबंधित दस्तावेज मांगे गए तो ट्रक चालक कोई भी दस्तावेज उपलब्ध नहीं करवा पाया।
पूछताछ में ट्रक चालक ने बताया कि उक्त लकड़ी उसने पहाड़गढ़ मुरैना से भरी है। ट्रक चालक यह स्पष्ट नहीं कर पाया कि वह इस लकड़ी को लेकर कहां जा रहा है। ट्रक चालक की पहचान उत्तर प्रदेश निवासी सहदेव सिंह के रूप में की गई है।
रेंजर माधव सिंह के अनुसार यह लकड़ी कहीं और से काटी गई है। उनके अनुसार फिलहाल ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। ट्रक चालक की बात कितनी सही है, इसकी पड़ताल के लिए उसके बयानों को क्रॉस चेक किया जा रहा है। पहाड़गढ़ में वह लकड़ी कहां से लाया और कहां ले जा रहा था आदि की जानकारी जुटाने के लिए के लिए संबंधित से पूछताछ करेंगे।
रेंजर माधव सिंह सिकरवार के अनुसार प्रारंभिक पूछताछ में ट्रक के चालक ने यह बताया है कि उक्त लकड़ी जंगलों से एकत्रित कर हरियाणा और पंजाब क्षेत्र में सप्लाई की जाती है। ऐसे में उन्हें संदेह है कि लकड़ी तस्करी के पीछे कोई बड़ा गिरोह शामिल हो सकता है।
हालांकि खैर की लकडी का ट्रक पकडा गया और यह ट्रक खादी के पास पकडा गया है। शिवपुरी समाचार ने स्पष्ट लिखा था कि खादी गांव के लोग बडी संख्या में खैर के जंगल को नष्ट कर रहे है। यह जंगल लगातार बसई के आसपास लगे जंगल की कटाई जारी है। सैकड़ों बीघा वन भूमि पर जिंदा खडे खैर के पेडो की हत्या कर दी गई है। तस्कर इतने बेखौफ है कि दिन दहाडे यहां पेड़ों की कटाई जारी है और कटी हुई लकड़ी को जंगल से लाकर एकत्रित किया जाता है और बडे 14 टायर वाले ट्रक में अनलोड कर इसकी तस्करी की जा रही है। इस लकड़ी से भरे ट्रक का पकड़ा जाना इस खबर की सत्यता पर मुहर लगाता है कि यह लकडी बसई के जंगल से ही भरी गई है और यह क्षेत्र सतनवाडा रेंज में आता है। शिवपुरी जिले के खैर को लाल चंदन कहा जाता है क्योंकि सबसे अच्छी क्वालिटी का कत्था इसी पेड़ से बनता है।