शिवपुरी। शिवपुरी की राजनीति पिछले 24 घंटे में 360 डिग्री पर घूम गई है। शिवपुरी नगर पालिका के लगभग 20 पार्षदों ने करैरा के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर बगीचा सरकार पर शिवपुरी नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा को हटाने की कसम खाई है। पार्टी या तो नगर पालिका अध्यक्ष को हटाए नहीं तो हम इस्तीफा देगें। कसम खाने वाले पार्षदों में कांग्रेस के पार्षद भी शामिल थे। कुल मिलाकर नगर सरकार की तख्तापलट करने की तैयारी शुरू हो चुकी है।
इस घटनाक्रम के बाद शिवपुरी की शांत पडी राजनीतिक प्यासी में तूफान का ला दिया। इसी क्रम मे आज सुबह भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष जसवंत जाटव और शिवपुरी विधायक देवेन्द्र जैन ने सर्किट हाउस पर पार्षदो से वन टू वन चर्चा की। यह चर्चा लगभग 2 घंटे से भी अधिक समय तक चली। इस चर्चा के बाद जसवंत जाटव ने मीडिया से कहा कि कोई पार्षद इस्तीफा नही देगा जो भी नाराजगी है उसे दूर करने का प्रयास करेंगे,वही पार्षदों की बात हम पार्टी फोरम पर भी रखेगें।
यह पार्षद पहुंचे थे करैरा के बगीचा सरकार पर
मंदिर पहुंचे जिन 20 पार्षदों ने शपथ ली, उनमें राहुल व्यास (नपा उपाध्यक्ष सरोज रामजी व्यास के पुत्र), विजय शर्मा, ओमी जैन, ताराचंद राठौर, रितु जैन, प्रतिभा शर्मा, नीलम बघेल, सरोज धाकड़, ममता धाकड़, मक्खन आदिवासी, राजा यादव, रीना शर्मा, राजू गुर्जर, मीना बाथम, कमल किशन शाक्य, गोमती खन्ना, वेदांश सविता, कृष्णा जाटव (भाजपा पार्षद), संजय गुप्ता, मोनिका सडैया (कांग्रेस पार्षद) शामिल हैं।
आज वन टू वन चर्चा मे पार्षदों ने अपनी मन की पीडा को व्यक्त किया। अधिकांश पार्षदों ने कहा कि वार्ड में कोई का नहीं हो रहा है,शहर में सफाई, पानी और नालियों की हालत खराब है, जिसे लेकर कोई सुनवाई नहीं होती।अध्यक्ष गायत्री शर्मा अपने हिसाब से काम करती हैं, पार्षदों की बात नहीं सुनी जाती। अध्यक्ष के बेटे पर दुष्कर्म का केस दर्ज हुआ है,जिससे पार्टी की छवि धूमिल हुई है। खुद अध्यक्ष पर भी भ्रष्टाचार के आरोप हैं, शिकायतें लोकायुक्त में हैं। पार्षदों का कहना है कि लोग ढाई साल से परेशान हैं, अब बदलाव जरूरी है,वही एक पार्षद ने तो यहां तक कह दिया कि अध्यक्ष महोदय चाहती है कि पार्षद उनके घर जाए और उनकी चरण वंदना करे,विकास की फाइलों को घर रखकर बैठ जाती है।
पार्षद बोले- यहां जो कसम खाई जाती है, वो टूटती नहीं
पार्षदों का कहना है कि अब जनता के हित में उन्हें हटाना जरूरी हो गया है। करैरा के बगीचा सरकार हनुमान मंदिर की मान्यता है कि यहां जो कसम खाई जाती है, वो टूटती नहीं है। कई फैसले भी पहले यहां आकर लिए गए हैं। इसी मान्यता और दृढ़ निश्चय को ध्यान में रखते हुए पार्षद यहां एकत्र हुए ताकि कोई भी भविष्य में दबाव में आकर अपना फैसला न बदले।
अध्यक्ष के कार्यकाल का समय पूरा
जानकारी के अनुसार, नगर पालिका अध्यक्ष को हटाने के लिए कार्यकाल के तीन वर्ष पूरे होना जरूरी होता है। गायत्री शर्मा का कार्यकाल 3 अगस्त को तीन वर्ष पूरा कर रहा है। इसी को ध्यान में रखकर पार्षदों ने अब से दो महीने पहले ही अपनी रणनीति बनाना शुरू कर दी थी। गौरतलब है कि गायत्री शर्मा निर्विरोध नगर पालिका अध्यक्ष चुनी गई थीं, लेकिन अब उनके खिलाफ उनके ही साथी पार्षद मैदान में उतरे हैं।
9 पार्षदों की और जरूरत -
शिवपुरी नगर पालिका में कुल 39 पार्षद हैं। नपा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए 29 पार्षदों का समर्थन जरूरी है। अभी तक 20 पार्षद करैरा के बगीचा सरकार हनुमान मंदिर में एकजुट होकर कसम खा चुके हैं, लेकिन प्रस्ताव लाने के लिए 9 पार्षदों का समर्थन और जुटाना पड़ेगा। बताया जा रहा है कि 10 से 12 पार्षद साइलेंट मोड पर है। ऐन मौके पर अपना पक्ष नपा अध्यक्ष के विरोध में रख सकते हैं।दूसरी ओर, नपा अध्यक्ष गायत्री शर्मा को अपनी कुर्सी बचाने के लिए कम से कम 10 पार्षदों के समर्थन की जरूरत पड़ेगी।