SHIVPURI NEWS - निरक्षर हूं सरपंच हूं, दबंगों ने पंचायत की चेकबुक और फाइलो को अपहरण कर लिया

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी शहर के कलेक्ट्रेट कार्यालय में आज जनसुनवाई के दौरान एक आदिवासी सरपंच शिकायत लेकर पहुंचा कि गांव के कुछ दबंगों ने मुझे अपनी बातों के जाल में फंसा कर और मेरे अनपढ़ होने का फायदा उठाकर मेरी चेकबुक, पंचायत के कार्यों की सभी फाइलें हड़प ली। मैंने इसका विरोध किया तो दबंगों ने कहा कि इस पंचायत की सरपंची हम करेंगे तू तो सिर्फ नाम का सरपंच हैं अब हम जो चाहे वो कर सकते हैं। इसकी शिकायत मैंने इससे पहले कलेक्टर साहब को की,लेकिन हमारी कोई सुनवाई नहीं हुं।

जानकारी के अनुसार कारेलाल आदिवासी पुत्र चंदा आदिवासी निवासी ग्राम सिंकदपुरा थाना छर्च शिवपुरी ने बताया कि मैं आदिवासी जाति का अशिक्षित ग्राम पंचायत दौरानी जनपद पंचायत पोहरी का सरपंच हूं,तथा 2022 से ग्राम पंचायत दोरानी का निर्वाचित सरपंच होकर ग्राम पंचायत में सरपंच के पद पर पदस्थ हूं।

अशिक्षित होने का दबंगों ने उठाया लाभ
सरपंच ने बताया कि मेरे अशिक्षा एवं अनपढ़ होने का लाभ ग्राम सिकंदपुरा थाना छर्च के दबंग व आपराधिक छवि के व्यक्ति रामवरन पुत्र चतुरसिंह गुर्जर एवं लक्ष्मीनारायण सिर्फ मण्डा पुत्र सोबरन गुर्जर मेरे पास आये और मुझको अपनी मीठी-मीठी बातों में फंसाकर कहने लगे कि तुम अनपढ़ व्यक्ति हो,और ग्राम पंचायत के तमाम कार्यों में सचिव अपनी मनमानी करेगा इसलिये हम तुम्हारे साथ रहकर उस ग्राम पंचायत की सरपंची सही ढंग से करवायेगे।

मैं आदिवासी जाति का अनपढ़ व्यक्ति हूं, इसलिए रामवरन गुर्जर एवं लक्ष्मीनारायण गुर्जर की बातों में आ गया और पंचायत के काम उनसे सलाह मसवरा करके संपन्न करने लगा इसी दरमियान, रामवरन व लक्ष्मीनारायण ने मुझे अपनी बातों में फंसाते हुए मेरा विश्वास जीत लिया।

मध्यांचल ग्रामीण बैंक शाखा में खुलवाया मेरा खाता
 जिसके बाद समबरन तथा लक्ष्मीनारायण मुझसे आज से लगभग 2 से 3 वर्ष पूर्व कहने लगे कि मुझको शासन से आने वाली तमाम योजनाओं की धनराशि अपने घर में नहीं रखनी चाहिये इसलिये मध्यांचल ग्रामीण बैंक शाखा पोहरी जिला शिवपुरी में बैंक खाता खुलवाया देते हैं जिससे शासन की योजनाओं की राशि उक्त बैंक खाते में जमा कर सकें,में राम बरन व लक्ष्मीनारायण की बातों में आ गया और आज से लगभग दो-तीन वर्ष पूर्व उक्त रामबरन व लक्ष्मीनारायण बेईमानी की मंशा से मुझको पोहरी लाये और मेरे तमाम कागजों पर मध्यांचल ग्रामीण बैंक पोहरी में हस्ताक्षर कराकर मध्यांचल ग्रामीण बैंक शाखा पोहरी में खाता क्रमांक 8027615531 खुलवा दिया।

मुझसे कहा गया कि सचिव तुम्हें किसी झूठे केस में फंसा देगा
मुझे कभी भी चेक बुक की कोई आवश्यकता नहीं रही फिर भी लक्ष्मीनारायण व राम बरन गुर्जर ने उपरोक्त बैंक से मेरी वाली चेक बुक जारी करा दी और डांकिया से मिलकर उक्त बैकबुक को ग्राम सिंकदपुरा के देवेन्द्र उर्फ देवू पुत्र रामनारायण गुर्जर के समक्ष आज से लगभग दो वर्ष पूर्व यह कहकर प्राप्त कर लिया कि में अनपढ़ व्यक्ति हूं और उसकी चेकबुक का ग्राम पंचायत का सचिव दुरुपयोग करके मुझको फंसा देगा यह कहकर दबंग लक्ष्मीनारायण व राम बरन ने अपने पास मेरी उपरोक्त बैंक खाते की चेक बुक जिसमें चेक क्रमांक 552351 लगायत 552375 के अनुक्रमांक के 25 चैक रहे को अपने पास बेईमानी पूर्वक रख लिया ताकि मेरी चेकबुक का सहारा लेकर धनराशि हडपी जा सके।

मुझे ब्लैकमेल करने लगे दबंग,कि तुमने पंचायत में बहुत भ्रष्टाचार किया हैं
चेक बुक बेईमानी पूर्वक हासिल करने के बाद रामबरन व लक्ष्मीनारायण गुर्जर ग्राम पंचायत दौरानी के तमाम निर्माण कार्यों में हस्तक्षेप करने लगे और मुझ पर दबाव बनाने लगे कि मुझ उन्हे शासन के निर्माण कार्यों में दो लाख कमीशन दे,01 मई 2025 को दिन के 12 बजे ग्राम पंचायत कार्यालय दौरानी में रामबरन पुत्र प्रभु गुर्जर निवासी ग्राम परासरी थाना छर्च के साथ बैठा था तभी राम बरन गुर्जर सिंकदपुरा एवं लक्ष्मीनारायण गुर्जर सिंकदपुरा मेरे पास आये और मुझसे कहने लगे कि मैंने ग्राम पंचायत के निर्माण कार्यों मे तमाम भ्रष्टाचार किया है इसलिये मुझको उन दोनों को दो-दो लाख रुपये देने होंगे।

सरपंच कारेलाला ने बताया कि मैंने रामबरन गुर्जर एवं लक्ष्मीनारायण गुर्जर निवासीगण ग्राम सिंकदपूरा से राम बरन गुर्जर परासरी के समक्ष मौखिक कहा कि मैंने कोई भ्रष्टाचार ग्राम पंचायत के निर्माण कार्यों में नहीं किया है इसलिये वह उन दोनों को दो-दो लाख रुपये नहीं दे सकता, तब उसी समय रामबरन गुर्जर परासरी के समस्त उपरोक्त रामबरन व लक्ष्मीनारायण गुर्जर सिंकदपुरा वाले मुझसे कहने लगे कि उनके पास मेरी चेकबुक है यदि मैंने उन्हें दो-दो लाख रुपये नहीं दिये तो वह मेरी चेक बुक पर जाली हस्ताक्षर कर बैंक में प्रस्तुत कर उक्त धनराशि दो-दो लाख रुपये मेरे खाते से आहरित कर लेंगे।

जब मैंने इसका विरोध किया तब रामबरन ने लक्ष्मीनारायण गुर्जर सिकदपुर वाले मुझ को उसी समय मारने पीटने पर आमादा हो गये और मुझको माँ बहिन की तमाम तरह की गालियां देने लगे, रामबरन व लक्ष्मीनारायण गुर्जर सिंकदपुरा वालों ने मेरी चेक बुक बैंक खाते की जारी कराकर देवेन्द्र गुर्जर निवासी सिंकदपुरा के समक्ष अपने पास डांकिया से प्राप्त करके बेईमानी पूर्वक रख लिया है उन चैको का उपरोक्त रामबरन व लक्ष्मीनारायण दुरूपयोग कर सकते है इसलिये रामबरन व लक्ष्मीनारायण गुर्जर निवासी ग्राम सिंकदपुरा थाना छर्च से उनके द्वारा कपटपूर्वक मेरे बैंक खाते की जारी कराई 25 चैको की चैकबुक को वापिस दिलाने तथा उक्त दोनों के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध करना न्याय के लिये आवश्यक है।