पिछोर। शिवपुरी जिले के भौंती थाने की खोड़ चौकी सीमा में स्थित जंगल में एक नर खोपड़ी और हड्डियां एक दंपत्ति को मिली है। इस दंपति ने दावा किया है कि यह खोपड़ी और हड्डिया उनके जंगल मे बिछुडे हुए बेटे की है। इस दंपत्ति का 7 साल का बेटा इसी जंगल क्षेत्र बीते 17 मार्च को उनसे खो गया था। माता पिता ने कपड़ों के आधार पर यह खोपड़ी और हड्डी अपने बेटे की होने पर दावा किया है। भौंती थाना पुलिस मृतक की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट कराने की बात कह रही है।
जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत चंदावनी के ग्राम अमरपुर निवासी विजय आदिवासी अपनी पत्नी के संग 30 मई को जंगल में लकड़ियां बीनने गया। जंगल में खोपड़ी मिली और आसपास हड्डियां पड़ी मिलीं। मौके पर कपड़े के आधार पर मृतक की पहचान 7 साल के लापता बेटे संदीप आदिवासी के रूप में की। भौंती थाने की खोड़ चौकी पुलिस ने खोपड़ी, हड्डियां व कपड़े बरामद कर लिए हैं। पुलिस मृतक की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट कराने की बात कह रही है। पिता के डीएनए से हड्डियों का डीएनए मैच होने पर ही मृतक की शिनाख्त हो सकेगी।
17 मार्च को जंगल में समा गया था बेटा
पिता विजय आदिवासी का कहना है कि 17 मार्च 2025 को दिव्यांग बेटा संदीप आदिवासी उम्र 7 साल लकड़ी बीनने अमरपुर के जंगल में संग गया था। लेकिन जंगल में संदीप गुम हो गया। काफी तलाशने के बाद भी पता नहीं चला। फिर 20 मार्च को खोड़ चौकी में सूचना दी। पुलिस ने भी जंगल में काफी तलाशा, लेकिन बच्चे का सुराग नहीं लग सका। अब 30 मई को फिर से मात-पिता लकड़ी बनने गए तो खोपड़ी पड़ी मिली। आसपास हड्डियां व कपड़े पड़े मिले।