खनियाधाना। शिवपुरी जिले के पिछोर अनुविभाग के खनियाधाना थाना सीमा में निवास करने वाले एक व्यापारी को किसान उठा ले गए,बाद में पुलिस ने उसे छुड़ा ले गए। बताया जा रहा है कि अजीत जैन को क्षेत्र के 50 किसानों का पैसा देना है और उसे पैसा नहीं देना पडे इसलिए कई प्रकार की कहानियों को रच रहा हैं।
जानकारी के अनुसार मुहारी निवासी अजीत पुत्र आनंद जैन गलने का कारोबार करता है। इसी क्रम में उसने गांव के किसानों से गल्ला खरीद था। व्यापारी के अनुसार उसे व्यापार में घाटा हो गया, इस कारण वह किसानों का पैसा वापस नहीं कर पाया। इसी क्रम में जय यह 6 जून 2025 को ग्वालियर से लौटा तो पूरन लोधी, उसके बेटे माधव, राघव सहित गुलाब लोधी एवं उनके बेटे महेंद्र लोधी ने सफेद कार से उसका पीछा किया तथा उसे बंधक बनाकर माताटीला के हार में ले गए तथा उसको मारपीट की।
टीआई ने फोर्स पहुंचाया,मुनीम ने 20 हजार दिए
व्यापारी के अनुसार उन्होंने उधारी के एक लाख 78 हजार रुपये वापस मांगने के लिए इस पर उसने मुनीम दाव बनाया। रामकरण को फोन किया तो वह 20 हजार रुपये लेकर पहुंचा और उक्त लोगों को दे दिए। इसके बावजूद उक्त किसानों ने उसे नहीं छोड़ा, इसके बाद उसने भाई अमित जैन को फोन लगाया। अमित जैन ने मामले की सूचना पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ को दी। उक्त सूचना पर अमन सिंह राठौड़ ने खनियाधाना टीआई सुरेश शर्मा को फोन लगाकर मौके पर पुलिस फोर्स भिजवाया।
दुकान में जबरन ताले डाल दिए गए
व्यापारी के अनुसार पुलिस को देखकर उक्त लोग यहां से भाग गए। वकौल अजीत जैन मामले में उसका अपहरण करने वालों पर एफआईआर करवाना चाहता है, परंतु पुलिस उसकी कोई सुनवाई नहीं कर रही है। इसके अलावा 7 जून को उक्त लोगों ने उसकी व उसके भाइयों की दुकानों में जबरन ताले डाल दिए, जिसका वीडियो भी उनके पास मौजूद है।
50 किसानों का पैसा डकार चुका हैं
इसके बावजूद पुलिस मामले में कार्रवाई नहीं कर रही है। उक्त प्रकरण में जब टीआई सुरेश शर्मा से बात की गई तो उनका कहना था कि अजीत जैन ने किसी एक किसान का नहीं बल्कि लगभग 50 किसानों का गल्ला खरीद और उनका पैसा डकार कर दो महीने पहले पूना भाग गया। किसान पैसा वापस लेने के लिए अजीत जैन का इंतजार कर रहे थे। यह जब लौट कर आया तो इससे पैसों की बात करने के लिए इसे खेत पर ले गए। पुलिस को सभी लोग आपस में बात करते हुए मिले थे। उन्होंने अपहरण नहीं किया था। अजीत किसानों का पैसा नहीं लौटाना चाह रहा है।
परिवार वालो ने भी खत्म कर दिए है संबंध
परिवार वाले भी तोड़ चुके हैं अजीत जैन का पुराना रिकॉर्ड भी अच्छा नहीं बताया जा रहा है। यही कारण है कि परिवार वाले अजीत जैन से कानूनी रूप से संबंध विच्छेद कर चुके है। किसानों ने अजीत जैन की भाईयों की दुकानों में भी ताला डाल दिया है। परिवार वालों का कहना है कि अजीत जैन की जमीन जायदाद का किसान जी चाहे करें, लेकिन उनकी दुकानों में गलत तरीके से ताला डाला गया है।