शिवपुरी। शिवपुरी नगर पालिका लोगो के साथ लगातार मजाक रही है,उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है,वह भी समझ नहीं पा रहे है कि क्या केवल जब सिंधिया का दौरा होगा जब ही उनकी सड़क पर रोशनी होगी। शिवपुरी की छत्री रोड को व्हीआईपी रोड का दर्जा प्राप्त है। नाम के अनुरूप इस सड़क पर पूरी व्यवस्थाए चाक चौबंद होनी चाहिए लेकिन ऐसा नहीं है। व्हीआईपी रोड पर निवास करने वाले लोगों के साथ नगर पालिका लगातार मजाक कर रही है। छत्री रोड पर पिछले 10 दिनो में नगर पालिका ने लाइट के खंभे पर 2 बार लाइट लगवा दी और दो बार ही उतार दी। यह लाइट जब लगाई जब माननीय सिंधिया जी का दौरा शिवपुरी में हुआ। माननीय को खुश करने नगर पालिका ने ऐसा किया।
जानकारी के अनुसार केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया 17 व 18 मई के दो दिवसीय दौरे पर शिवपुरी आए थे। केंद्रीय मंत्री के आने से एक दिन पूर्व नगर पालिका ने छत्री रोड पर सभी विद्युत पोल पर लाइट लगा दी थीं। इससे पूरी छत्री रोड रात में भी रोशनी में नहाई हुई दिखाई दे रही थी। केंद्रीय मंत्री के जाते ही नगर पालिका प्रबंधन ने 19 मई को विद्युत पोलों से लाइट उतारना शुरू कर दिया है। अब एक बार फिर पूरी छत्री सड़क पर अंधेरे का साम्राज्य कायम हो गया है।
यहूं बताना होगा कि इससे पूर्व 08 मई की रात केंद्रीय मंत्री शिवपुरी के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे थे, तब भी नगर पालिका ने छत्री रोड पर सभी विद्युत पोलों पर लाइट लगा दी थीं, परंतु पाकिस्तान के साथ युद्ध के हालात निर्मित होने के कारण मंत्री रात को ही अपना दौरा निरस्त कर वापस दिल्ली लौट गए थे। इसके बाद नगर पालिका ने यह लाइटें उतार दी थीं। इसी क्रम में जब उनका दौरा दोबारा से बना तो यह लाइटें फिर से लगा दीं और उनके जाते ही आज एक बार फिर से उतार लीं। इसे देखकर तो यही प्रतीत होता है कि नगर पालिका विद्युत पोलों पर लाइट सिर्फ केंद्रीय मंत्री को दिखाने के लिए ही लगाती है।
किराए की हैलोजनों से रोशन हुई थी छत्री रोड
अगर नगर पालिका के विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो नगर पालिका के पास लाइट है ही नहीं। यही कारण है कि रात होते हो आधे शहर की छत्री रोड पर दो किलोमीटर क्षेत्र में रात होते ही अंधेरा पसर जाता है। इसी रोड क्षेत्र में 10 हजार की आबादी रहती है और उसका आना-जाना यहीं से है। यह रोड वीआईपी रोडों में इसलिए शामिल है क्योंकि इसी मार्ग से बड़े बड़े नेताओं व अधिकारियों का आना-जाना है। देशभर से और विदेश से आने वाले पर्यटक भी इसी रोड से गुजरते हैं, क्योंकि इसी से होकर एमपी टूरिज्म का होटल स्थित है। भदैया कुंड, छत्री, बाणगंगा, टूरिज्म का होटल और प्रदेश का वन विद्यालय (ट्रेनिंग सेंटर) भी इसी रोड से होकर जाते हैं।
प्रतिदिन पांच हजार से अधिक छोटे-बड़े वाहन इस रोड से गुजरते हैं।
ज्यादा शहर अंधेरे में डूब जाता है। केंद्रीय मंत्री को इस सच्चाई से अनजान रखने के लिए नगर पालिका के अधिकारी और नेता उनके दौरे के दौरान छत्री रोड को किराए की लाइटों से रोशन कर देते हैं। जैसे ही मंत्री का दौरा समाप्त होता है, नगर पालिका के कर्मचारी लौट कर जाते हैं और विद्युत पोलों से इन लाइटों को उतार ले जाते हैं। ऐसा करके कहीं न कहीं नगर पालिका के अधिकारी, कर्मचारी व नेता केंद्रीय मंत्री को भी अंधेरे में रखने का काम कर रहे हैं।
शहर के आमजन की पीड़ा
नगर पालिका ने पिछले दस दिन में दो बार लाइट विद्युत पोली पर टांगी है। दो बार उतार कर ले गए। जब-जब महाराज आए लाइटें टांग गए और जैसे ही वह लौट कर गए लाइट उतार कर ले गए।
उपेंद्र शर्मा, रहवासी, छत्री रोड क्षेत्र
आज नगर पालिका लाइट उतार रहे थे, मैंने उनसे पूछा कि आप यह लाइट क्यों और किसके आदेश से उतार रहे हो। इस पर उनका कहना था कि, सिंधिया जी गए इसलिए उतार रहे है।
आरजू शर्मा, रहवासी, छत्री रोड क्षेत्र
नगर पालिका महाराज के आने पर लाइट लगा देती है और महाराज के जाते ही लाइट उतार ले जाती है। पिछले दस दिन में दी बार ऐसा हो चुका है। इससे पहले भी ऐसा ही होता रहा है।
सुभाष शर्मा, रहवासी, छत्री रोड क्षेत्र
सड़क, बिजली, पानी आम जनता को उपलब्ध करवाना नगर पालिका की जिम्मेदारी है, परंतु नगर पालिका यह सुविधा वीआईपी को उपलब्ध करवाती है। उनके जाते ही आमजन से यह सुविधाएं छीन ली जाती है।
प्रकाश सिंह गौर, रहवासी, छत्री रोड क्षेत्र।
मैंने नगर पालिका के अधिकारियों को लाइटों के संबंध में अवगत कराया था। इस पर लाइट विद्युत पोलों पर लगाई गई थीं। लाइट वापस उतरने के संबंध में मुझे जानकारी नहीं है। मैं दिखवाता हूं। आखिर लाइट क्यों उतारी गई है।
वेदांश सविता, पार्षद।
मुझे अभी तक किसी ने भी इस बारे में नहीं बताया है। अगर लोग मुझे इस बारे में शिकायत करते है तो में निश्चित तौर पर सीएमओ से यह जवाब मांगूंगा कि वह लोगों को स्थायी रूप से सुविधा उपलब्ध क्यों नहीं करवा रहे है। बार-बार लाइट क्यों उतारी और लगाई जा रही है।
अनुपम शर्मा, एसडीएम, शिवपुरी।