शिवपुरी। शिवपुरी नगर पालिका को नगर निगम बनाने की प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है। शिवपुरी को नगर निगम बनाने की ड्राफ्ट तैयार कर शिवपुरी विधायक देवेन्द्र जैन और नपा सीएमओ इशांक धाकड नगर पालिका संशोधित ड्राफ्ट तैयार करके भोपाल पहुंच गए हैं। नगरीय प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव इसे ओके कर देते हैं तो इसके बाद फायनल ड्राफ्ट तैयार होगा। ऐसे में अगले तीन माह में नगर निगम बनाने का गजट नोटिफिकेशन जारी हो सकता है।
तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पोलो ग्राउंड में 16 फरवरी 2022 को शिवपुरी नगर पालिका को नगर निगम बनाने की घोषणा की थी। इस घोषणा के बाद जो नगर निगम की सीमा का ड्राफ्ट तैयार हुआ था वह व्यावहारिक नहीं था। इस सीमा में वन क्षेत्र को जोड़ दिया गया था। वन विभाग हमेशा विकास में बाधा बनता था। पहले 2011 की जनगणना के हिसाब से ड्राफ्ट तैयार किया तो करीब 12 किमी दूर के गांवों को जोड़ना पड़ रहा था, तब 3 लाख की आबादी का मानक पूरा हो रहा था। अब आसपास के 17 ग्राम पंचायतों को शामिल करने पर ही शिवपुरी को नगर निगम का दर्जा मिल सकता है।
टेबल पर भोपाल ड्राफ्ट, मिल सकती है हरी झंडी
विधायक और सीएमओ इस ड्राफ्ट को लेकर नगरीय प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव के पास पहुंचे है। अगर प्रमुख सचिव इस ड्राफ्ट को ओके कर देते हैं तो इसके बाद फायनल ड्राफ्ट तैयार होगा। ऐसे में अगले तीन माह में नगर निगम बनाने का गजट नोटिफिकेशन जारी हो सकता है। जबकि यदि इसमें भी कुछ कमियां पाई जाती हैं तो इनको दूर करके फिर से ड्राफ्ट तैयार करना पड़ेगा, जिससे मामला लंबा खिंच सकता है।
यह था पुराना ड्राफ्ट
जानकारी मिल रही है कि पुराने वाले ड्राफ्ट में 18 ग्राम पंचायतों और 37 गांवों को शामिल किया गया था। हालांकि इनकी भी शहरी सीमा से दूरी करीब 12 से 15 किमी थी। इसे भी अव्यवहारिक माना गया था, क्योंकि इतनी अधिक दूरी के गांवों को शामिल करने पर जन सुविधाओं का इंतजाम करना आसान नहीं था। क्योंकि नगर निगम सीमा में शामिल होने के बाद नगर निगम को यहां सभी मूलभूत सुविधाओं का इंतजाम करना होगा। जिसमें सड़क, सीवर, पानी, सफाई, स्ट्रीट लाइट जैसी सुविधाएं प्रमुख हैं।
अब क्या
विधायक देवेंद्र जैन और सीएमओ इशांक धाकड़ अलग-अलग समय पर भोपाल पहुंच गए हैं। इस संशोधित द्वापट को नगरीय प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव के सामने रखा गया है। इस दौरान प्रेजेंटेशन भी दिया गया है। जिसमें बताया गया है कि किस प्रकार कम गांवों को शामिल करके शिवपुरी नगर निगम का गठन हो सकता है। इसमें चिटोरा, नोहरीकलां, सिंह निवास, रायश्री, सिर बांसखेड़ी, बड़ागांव, ककराया, रातौर आदि ग्राम पंचायत शामिल है।
शहर में 39 वार्ड, नगर निगम के लिए 1 वार्ड की जरूरत
समय के साथ शहर की आबादी दिनों दिन बढ़ रही है। रेलवे क्रॉसिंग पार सिंह निवास की सीमा लग जाती है। शहर से बाहर आबादी बसना शुरू हो गई है। मौजूदा समय में शिवपुरी शहर में कुल 39 वार्ड हैं। एक और वार्ड बढ़ते ही शिवपुरी नगर निगम बन जाएगा। बढ़ती आबादी को देखते हुए शिवपुरी का नगर निगम बनना जरूरी है। क्योंकि गांवों से भी लोग आकर शहर में बसते जा रहे हैं।
सर्वे कराएंगे, एक माह में संशोधित प्रस्ताव तैयार होगा
नगर पालिका को नगर निगम बनाने के प्रस्ताव पर गुरुवार को भोपाल में प्रमुख सचिव ने बैठक ली है। मौजूदा प्रस्ताव में कुछ और संशोधन करने को कहा है। विकास को ध्यान में रखकर संशोधित प्रस्ताव बनाएंगे। सर्वे कराएंगे, एक माह में संशोधित प्रस्ताव तैयार हो जाएगा।
इशांक धाकड़, सीएमओ, नगर पालिका शिवपुरी
नगरीय प्रशासन विभाग के पीएस से मिलने आए थे
शहर से 12- 15 किमी दूर की ग्राम पंचायतों को इसमें जोड़ लिया गया था, जो अव्यवहारिक था। अब आसपास की 17 ग्राम पंचायतों को शामिल करने से आबादी करीब 3 लाख हो रही है। इससे आमजन को जन सुविधाएं उपलब्ध कराने में दिक्कत नहीं आएगी। इसी ड्राफ्ट को लेकर हम भोपाल नगरीय प्रशासन विभाग के पीएस से मिलने आए थे। अभी बात हुई है, लेकिन अभी और चर्चा होना है। देवेंद्र जैन, विधायक शिवपुरी