कोलारस-नामा हार्दिक गुप्ता शिवपुरी। शिवपुरी की राजनीति में सबसे ताकतवर कोलारस विधानसभा का कोलारस नगर राजनीतिक रूप से कंगाल है। कोलारस विधानसभा ने भाजपा और कांग्रेस को एक दर्जन जिलाध्यक्ष दिए है। कोलारस विधानसभा का विधायक भी कोलारस नगर से आज तक नहीं बना है। कोलारस को करोड़पतियों का कस्बा कहते है शिवपुरी शहर के नगर सेठ भी कोलारस के मूल निवासी है,लेकिन लोकल कोलारस के बात करे तो उसकी पकड़ राजनीति में कमजोर है जहां तक नगर पालिका अध्यक्ष भी बाहरी है।
कोलारस लोकल पार्षद देने के अतिरिक्त कुछ नही कर पाया है। लोकल रूप से राजनीति में सक्षम ना होने के कारण पिछले 2 साल से 40 हजार का जनमानस गड्डो वाली सड़क झेलने को मजबूर है,अब कोलारस कस्बे के स्थानीय,मूल निवासी अपनी मातृभूमि के लिए कुछ कर सकते है यह उन्हें सोचना होगा।
कोलारस में 40 करोड़ की लागत से हुई थी थीम रोड मंजूर
कोलारस में तीन साल पूर्व थीम रोड मंजूर हुई थी। कोलारस नगर के बीचो बीच निकली एनएचएआई की रोड को फोरलेन में कन्वर्ट करनी थी। लेकिन कोलारस से फोरलेन निकल चुका था और यह रोड अब हाइवे नही रही इस कारण इस रोड को पीडब्लू एनएचएआई को सौंप दिया गया था,लेकिन कोलारस की डर्टी राजनीति के कारण कोलारस कस्बे के साथ बेईमानी हुई और इस रोड का चौड़ीकरण ना करते हुए केवल 6 मीटर सड़क का डामरीकरण कर दिया गया।
कोलारस के विधायक 01 मूल निवासी,एक आधा
कोलारस विधानसभा के सबसे पहले विधायक वैदेही चरण पाराशर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी निर्वाचित हुए थे,यह कोलारस के मूल निवासी थे इनका पता था राई की पोर कोलारस,इसके बाद मनोरमा त्रिवेदी कोलारस की विधायक बनी यह करैरा की रहने वाली थी। जगदीश प्रसाद वर्मा कोलारस के विधायक रहे थे इस पोहरी के मूल निवासी थे।
दिनारा के रहने वाले कामता प्रसाद कोलारस के विधायक निर्वाचित हुए थे। इंदार खतौरा के मूल निवासी सिंधिया निष्ठ पूरन सिंह बेड़िया 2 बार कोलारस के विधायक रहे और मप्र सरकार में मंत्री भी थे। भारतीय जनता पार्टी के ओमप्रकाश खटीक कोलारस से 2 बार विधायक निर्वाचित हुए और यह शिवपुरी शहर के मूल निवासी है,भारतीय जनता पार्टी के शिवपुरी के वर्तमान विधायक देवेन्द्र जैन कोलारस विधानसभा से विधायक रहे है यह कोलारस के मूल निवासी है लेकिन उससे अधिक यह शिवपुरी के है। वही रामसिंह यादव खतौरा और वीरेंद्र रघुवंशी विधायक बने,वीरेंद्र रघुवंशी भी कोलारस के मूल निवासी नहीं थे। वही वर्तमान में महेंद्र सिंह यादव कोलारस के विधायक है इनकी जन्मस्थली खतौरा गांव है कुल मिलाकर कहने का सीधा सा अर्थ है कि कोलारस नगर करोड़पतियों का तो है लेकिन राजनीतिक रूप से कंगाल है यह तक नगर पालिका अध्यक्ष भी पिछले चार-पांच बार से कोलारस के मूल निवासी व्यक्ति के पास नहीं रहा है।
कोलारस लोकल पार्षद देने के अतिरिक्त कुछ नही कर पाया है। लोकल रूप से राजनीति में सक्षम ना होने के कारण पिछले 2 साल से 40 हजार का जनमानस गड्डो वाली सड़क झेलने को मजबूर है,अब कोलारस कस्बे के स्थानीय,मूल निवासी अपनी मातृभूमि के लिए कुछ कर सकते है यह उन्हें सोचना होगा।
कोलारस में 40 करोड़ की लागत से हुई थी थीम रोड मंजूर
कोलारस में तीन साल पूर्व थीम रोड मंजूर हुई थी। कोलारस नगर के बीचो बीच निकली एनएचएआई की रोड को फोरलेन में कन्वर्ट करनी थी। लेकिन कोलारस से फोरलेन निकल चुका था और यह रोड अब हाइवे नही रही इस कारण इस रोड को पीडब्लू एनएचएआई को सौंप दिया गया था,लेकिन कोलारस की डर्टी राजनीति के कारण कोलारस कस्बे के साथ बेईमानी हुई और इस रोड का चौड़ीकरण ना करते हुए केवल 6 मीटर सड़क का डामरीकरण कर दिया गया।
कोलारस के विधायक 01 मूल निवासी,एक आधा
कोलारस विधानसभा के सबसे पहले विधायक वैदेही चरण पाराशर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी निर्वाचित हुए थे,यह कोलारस के मूल निवासी थे इनका पता था राई की पोर कोलारस,इसके बाद मनोरमा त्रिवेदी कोलारस की विधायक बनी यह करैरा की रहने वाली थी। जगदीश प्रसाद वर्मा कोलारस के विधायक रहे थे इस पोहरी के मूल निवासी थे।
दिनारा के रहने वाले कामता प्रसाद कोलारस के विधायक निर्वाचित हुए थे। इंदार खतौरा के मूल निवासी सिंधिया निष्ठ पूरन सिंह बेड़िया 2 बार कोलारस के विधायक रहे और मप्र सरकार में मंत्री भी थे। भारतीय जनता पार्टी के ओमप्रकाश खटीक कोलारस से 2 बार विधायक निर्वाचित हुए और यह शिवपुरी शहर के मूल निवासी है,भारतीय जनता पार्टी के शिवपुरी के वर्तमान विधायक देवेन्द्र जैन कोलारस विधानसभा से विधायक रहे है यह कोलारस के मूल निवासी है लेकिन उससे अधिक यह शिवपुरी के है। वही रामसिंह यादव खतौरा और वीरेंद्र रघुवंशी विधायक बने,वीरेंद्र रघुवंशी भी कोलारस के मूल निवासी नहीं थे। वही वर्तमान में महेंद्र सिंह यादव कोलारस के विधायक है इनकी जन्मस्थली खतौरा गांव है कुल मिलाकर कहने का सीधा सा अर्थ है कि कोलारस नगर करोड़पतियों का तो है लेकिन राजनीतिक रूप से कंगाल है यह तक नगर पालिका अध्यक्ष भी पिछले चार-पांच बार से कोलारस के मूल निवासी व्यक्ति के पास नहीं रहा है।