शिवपुरी। शिवपुरी जिले के सरकारी स्कूलों का शिक्षा स्तर सुधारने के लिए जहां कलेक्टर शिवपुरी ने प्रशासनिक अधिकारियों को पढाने की डयूटी लगा दी वही जिला शिक्षा अधिकारी समर सिंह राठौड ने भी ए ओदश जारी किया है जिसमें स्कूल समय में जिला कार्यालय में बैठकर तफरी और नेतागिरी करने वाले शिक्षकों पर लगाम लगेगी।
जिला शिक्षा अधिकारी समर सिंह राठौड़ ने मंगलवार को जारी किए आदेश में शिक्षकों और कर्मचारियों को सीधी नसीहत देते हुए कहा है कि विद्यालय समय में दफ्तरों में आने वाले शिक्षकों को स्वीकृत अवकाश आवेदन के साथ संस्था प्रभारी की मंजूरी प्रस्तुत करनी होगी।
वही विभागीय कार्य से आने वाले शिक्षकों को भी संस्था प्रभारी का आदेश और पत्र दिखाना होगा। जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारी और संकुल प्राचार्य को इस संबंध में निर्देश जारी कर कहा कि ऐसे शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई प्रस्तावित की जाए जो लापरवाही बरतते हैं वही शिक्षकों के आने-जाने के समय की संस्था में एक पंजी भी संधारित करने के निर्देश दिए।
जिला शिक्षा अधिकारी समर सिंह राठौड़ द्वारा 2 जून को बीईओ व संकुल प्राचार्य को जारी पत्र में उल्लेख किया है कि शिक्षक व शिक्षा विभाग के अन्य कर्मचारी विद्यालय समय में संस्था में मौजूद न रहकर अनावश्यक रूप से ब्लॉक या जिला स्तरीय दफ्तरों में घूमते हैं। जिससे विद्यालय में अध्ययन कार्य प्रभावित हो रहा है।
इसलिए शिक्षकों के विभागीय कार्य या फिर व्यक्तिगत कार्य से दफ्तरों में जाने के लिए संस्था प्रभारी द्वारा अधिकृत किया गया पत्र व आदेश साथ में ले जाना होगा। वहीं विद्यालयीन समय में शिक्षक सरकारी दफ्तर में अगर व्यक्तिगत कार्य से आते हैं तो उनके लिए अपने साथ में मंजूर किया हुआ अवकाश आवेदन साथ में लाना जरूरी होगा।
दफ्तरों में फालतू न घूमें
शिक्षकों के लिए बच्चों का अध्ययन अध्यापन का कार्य सर्वोपरि है। इसलिए शिक्षक व अन्य कर्मचारी दफ्तरों में फालतू न घूमें। अगर किसी भी कार्य से शिक्षा संस्था छोड़कर जाते हैं तो उसकी एक पंजी संधारित करने जिसमें शिक्षक के विद्यालय से जाने का समय और आने का समय दोनों अंकित होने चाहिए। साथ ही शिक्षक के संस्था से जाने का कारण भी साफ तौर पर पंजी में दर्शाना जरूरी होगा। इसका अवलोकन अधिकारी संस्था के भ्रमण के दौरान करेंगे। समर सिंह राठौड़, जिला शिक्षा अधिकारी, शिवपुरी