अमोला। बारिश में हो रही देरी के बीच अब ग्रामवासियों ने भगवान को मनाने के लिए टोने-टोटके शुरू कर दिए हैं। इसी क्रम में एक पुरानी परंपरा के तहत गांव छोड़कर ग्रामीण परिवार सहित जंगल में चले जाते हैं और वहीं खाना-पीना करके सिद्ध मंदिर में पूजा-अर्चना करते हैं।
शिवपुरी जिले के करैरा जनपद के ग्राम सलैया में आज भी पुरानी परंपरा को संजो कर रखा है। भगवान को प्रसन्न करने के लिए यहां के लोग अपने घरों को छोड़ कर भगवान के मंदिरों, जो ग्राम के बाहर बने होते हैं व पहाड़ पर जाते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि हम अपने परिजनों को साथ लेकर अपना घर द्वार छोड़ कर भगवान की शरण में आ गए हैं। इस दौरान हम भगवान से कहते हैं कि आपकी मर्जी है, हमें कैसे रखना है, हमारे पास खेती के सिवाय कुछ नही है, तथा खेती करने को पानी की जरूरत है, इसलिए हम अपना घर-द्वार छोड़ कर आपकी शरण में आ गए हैं।
ग्रामीण रोशन सिंह व सुखवती ने बताया कि यह हमारी परंपरा कई वर्षों से चली आ रही है। लोगों की आस्था है, ऐसा करने से भगवान हमे अपनी शरण में ही रखते हैं। साथ ही ग्राम से भागने के बाद अच्छी बारिश भगवान करते हैं। उन्होंने बताया कि इस दिन ग्राम के लोग जंगल में आते हैं। साथ में राशन सहित खाने का सामान लेकर आते हैं, और वहीं पर भोजन बनाते हैं तथा अपने रिश्तेदारों को बुलाते हैं, सभी को भोजन कराते हैं एवं भगवान को मानते हैं।