शिवपुरी। शिवपुरी महिला विकास विभाग के कारनामे प्रतिदिन सुनने को मिलते है,अब मामला पोहरी से मिल रहा है कि पोहरी के महिला बाल विकास के परियोजना अधिकारी महिला जनप्रतिनिधि का अपमान कर रहे है। जनप्रतिनिधि महिला एवं बाल विकास पोहरी की चुनी हुई सभापति है। सभापति के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है प्रोटोकॉल तोडा जा रहा है सभापति का आरोप है कि नियमानुसार काम करने को कहते है तो काम नहीं किया जाता है आगनबाडियो में लगातार भ्रष्टाचार हो रहा है और अधिकारी चुप्पी साधे बैठे है।
पोहरी की स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास पोहरी की समिति 2022-23 में गठित हो चुकी है,जिसकी अधिकृत की गई थी जनपद सदस्य सुषमा धाकड,इस अधिकृत नियुक्ति की सूचना मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत पोहरी द्वारा परियोजना अधिकारी महिला बाल विकास पोहरी का विधिवत रूप से दी गई थी। इसके बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता / सहायिका / मिनी कार्यकर्ता की नियुक्ति की बैठक वर्ष 2023-24 में आयोजित की गयी। समिति के सचिव परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास पोहरी है उक्त समिति की में सभापति हूँ। चयन पत्रक पर हस्ताक्षर किये गये हैं जिसमें पद अंकित है।
सभापति ने बताया कि मेरे द्वारा स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास की समिति की बैठक हेतु आचार संहिता से पूर्व में बैठक आयोजन हेतु मेरे द्वारा एजेण्डा परियोजना अधिकारी को दो बार दिया गया था उसके उपरांत भी बैठक का आयोजन नहीं कराया गया। उन्हें आचार संहिता हटने के उपरांत मेरे द्वारा स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास की समिति की बैठक आयोजन हेतु एजेण्डा पत्र क्र. 08 दिनांक 07 जून 2024 को कार्यालय में व्हाट्सएप पर एवं कार्यालय में दिनांक 10 जून 2024 को देकर पावती ली गयी है।
बैठक का आयोजन दिनांक 13 जून 2024 को रखा गया था। परियोजना अधिकारी महिला बाल विकास पोहरी द्वारा व्हाट्सएप पर ओ.के. कर दिया गया था। मैं दिनांक 13 जून 2024 को महिला बाल विकास कार्यालय पोहरी में पहुंच गई थी तब कार्यालय में नृत्य के अलावा स्टॉफ बाबू भी नहीं थे। मेरे द्वारा परियोजना अधिकारी को मोबाइल पर सम्पर्क किया गया। तो बताया गया कि में आ रहा हूँ मेरे द्वारा इनका 02 घण्टे तक इंतजार किया गया। उन्हें फिर मैंने मोबाइल पर सम्पर्क किया गया तो बताया गया कि मैं बदरवास में हूँ बताया गया। जनप्रतिनिधि एवं सभापति का परियोजना अधिकारी द्वारा बार-बार अपमान किया जा रहा है।
परियोजना अधिकारी नीरज गुर्जर का कहना है कि में अपने हिसाब से कार्य करूंगा। तुम्हारे अनुसार नहीं चलूंगा। बैठक से पूर्व एजेण्डा के अनुसार जानकारी खान बाबूजी से मांगी गयी उनके द्वारा भी नहीं देने का टल्ला लगाया गया और कहा कि मैं आपके घर पर शाम को आपके घर पर समस्त जानकारी लेकर आऊंगा। इस तरह की जानकारी हेतु कई बार कहा कि मैं तुम्हें दे दूंगा। लेकिन बाबू जी भी जनप्रतिनिधि को तवज्जो नहीं दे रहे हैं अपनी मनमानी की जा रही है। मुझ प्रतिनिधि से दुराचार व्यवहार किया जा रहा है। तो अन्य व्यक्तियों के लिए क्या अपेक्षा की जा सकती है।
केंद्रों पर निरीक्षण पर मिला ताला
सभापति सुषमा धाकड़ का कहना है कि मेरे द्वारा लगभग 40 आगनबाडियो का निरीक्षण किया जा चुका है इनमें से अधिकांश:आगनबॉडी बंद मिली,कई आगनबाडियो मे साल साल भर से मध्यान भोजन वितरित नहीं किया गया है,पोहरी क्षेत्र की कई आंगनबाड़ी खुलती नही है। शासन करोडो रूपए इन आंगनबाडियो पर खर्च करता है लेकिन इस पैसे का उपयोग जनसेवा में नही किया जाता बल्कि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता है।
इनका कहना है
स्वास्थ्य एंव महिला बाल विकास समिति में दो विभाग आते है एक स्वास्थ्य विभाग और एक महिला बाल विकास विभाग इस समिति को चलाने के लिए एक सचिव की आवश्यकता होती है,सचिव या तो स्वास्थ्य विभाग से बने या महिला बाल विकास से ब्लॉक स्तर के अधिकारी हो। सचिव कागजी कार्रवाई कर समिति का संचालन करता है। अभी इस समिति के सचिव की नियुक्ति होना शेष है और सचिव की नियुक्ति दोनो विभाग में से किसी एक विभाग के जिला अधिकारी कर सकते है,बाकी सभापति महोदय जो भी जानकारी मांगती है उन्हें उपलब्ध कराते है।
नीरज गुर्जर,परियोजना अधिकारी पोहरी महिला एवं बाल विकास विभाग