पोहरी। जनपद पंचायत पोहरी के 79 ग्राम पंचायतों में से 50 से अधिक सरपंच मंगलवार को जनपद पंचायत कार्यालय का घेराव करने पहुंचे। सरपंच संघ के अध्यक्ष ग्राम भटनागर के सरपंच संजय अवस्थी की अगुआई में जनपद पंचायत दफ्तर में पहुंचे सरपंचों का कहना था कि जनपद पंचायत में जमकर भ्रष्टाचार चल रहा है और कमीशन खोरी की जा रही है जिस वजह से गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य हो रहे हैं।
इसके लिए सरपंचों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है जबकि फाइल की मंजूरी के एवज में जनपद पंचायत के अधिकारियों द्वारा कमीशन की मांग की जा रही है जो कि जो अनुचित हैं। इसलिए पोहरी जनपद में कमीशनखोरी का खेल बंद किया जाए नहीं तो वह मुख्यमंत्री तक किसकी शिकायत करेंगे। इस मौके पर सरपंच संघ के अध्यक्ष संजय अवस्थी, उपाध्यक्ष मोहर सिंह धाकड़, सचिव रूप सिंह कुशवाह व दौलत धाकड़ सहित पोहरी जनपद के 50 ग्राम पंचायतों के सरपंच मौजूद थे।
मंगलवार की दोपहर सरपंच संघ के ब्लॉक उपाध्यक्ष संजय अवस्थी के साथ आधा सैकड़ा से अधिक ग्राम पंचायत के सरपंच जनपद पंचायत दफ्तर में जमा हो गए जहां सरपंच संघ की मांग थी कि पोहरी जनपद पंचायत को भ्रष्टाचार मुक्त जनपद बनाया जाए और जनपद के आला अफसरों द्वारा किया जा रहा कमीशन खोरी का खेल बंद किया जाए वही सरपंच संघ का यह भी कहना था कि अगर उनके यहां सुनवाई नहीं हुई तो वह क्षेत्रीय सांसद या केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास भ्रष्टाचार की शिकायत करेंगे नहीं तो सीधे सीएम के पास भोपाल पहुंचकर मामले की शिकायत की जाएगी। इस दौरान कई सरपंचों ने जनपद सीईओ को यहां से हटाए जाने की मांग की गई।
कमीशन खोरी बंद हो
सरपंच संघ के उपाध्यक्ष संजय अवस्थी का कहना था कि जनपद में प्रत्येक फाइल के मंजूर करने के एवज में 15 फीसदी कमीशन की मांग की जा रही है नहीं तो फाइल मंजूर न कर काम को अटका दिया जाता है। सरपंच संघ की मांग है कि जनपद पंचायत में चल रहा है यह कमीशन खोरी का खेल बंद होना चाहिए जिसमें जनपद पंचायत के इंजीनियर को कार्य की गुणवत्ता की जांच के लिए नियुक्त किया जाए अगर गुणवत्ता सही हो तभी फाइल को मंजूर किया जाए। इस कमीशन खोरी के खेल में जनपद पंचायत के अधिकारी व कर्मचारी शामिल हैं। यही वजह है कि कमीशन ना देने के चलते पंचायतों के कई काम अटके पड़े हैं। इसलिए कमीशन खोरी बंद हो जाने से भ्रष्टाचार मुक्त पंचायत बन सके।