SHREE-420 निकली सीता सिसौदिया, मनीराम से लाखो की मनी ऐठने के​ लिए फर्जी बनाए दस्तावेज - SHIVPURI NEWS

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी शहर के फिजिकल थाने में महिला सीता सिसोदिया पर 420 का मामला दर्ज हुआ है। सीता सिसोदिया ने महिला थाने में आवेदन दिया था कि उसके 2 लाख रुपए नहीं दिए जा रहे है। रुपए के लेनदेन नोटरी के माध्यम से लिखा पढ़ी करके दिया गया था। शिकायत के साथ मनीराम भार्गव के साथ हुए लेनदेन की नोटरी और शपथ पत्र भी प्रस्तुत किया था। फिजिकल थाना प्रभारी रजनी चौहान ने इस मामले की जांच की तो महिला के द्वारा दिया गया शपथ पत्र कूटरचित निकला।

जानकारी के अनुसार विष्णु मंदिर के पीछे रहने वाले मनीराम उम्र 76 वर्ष पुत्र रतनलाल भार्गव निवासी विष्णु मंदिर के पीछे मोहन नगर के खिलाफ महिला सीता सिसोदिया ने 2 लाख रुपए न दिए जाने की एक शिकायत- फिजिकल थाने में की। महिला ने शिकायत के साथ एक शपथ पत्र भी दिया, जो मनीराम द्वारा संपादित कराया जाना बताया गया। पुलिस ने जब मामले की जांच की तो न केवल वो शपथ पत्र फर्जी पाया, बल्कि जब कथन के लिए महिला को बुलाया तो वो भी नहीं आई। पुलिस ने महिला के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया।

महिला सीता सिसोदिया की शिकायत पर जब पुलिस ने जांच की तो फरियादी मनीराम भार्गव ने पुलिस को बताया कि मैं न तो कोर्ट गया और न ही मैंने स्टांप पेपर लेकर एडवोकेट मोहनलाल गोयल से कोई शपथ पत्र तैयार करवाया। यह शपथ पत्र सीता ने फर्जी तरीके से तैयार कराया है। जांच में जब नौकरी कर्ता मोहनलाल गोयल से पुलिस ने पूछा तो उन्होंने बताया कि 9 अगस्त 2022 को सीता सिसोदिया ने मुझसे स्टाम्प लिया था एवं स्टाम्प पर टाइपिंग अन्य स्थान से कराकर लाई थी।

उस समय मनीराम मौके पर नहीं थे एवं मनीराम के हस्ताक्षर भी नहीं हुए थे और सीता सिसोदिया ने पूरा स्टाम्प भरवा लिया था। जब गोयल ने सीता से पूछा कि मनीराम कहां हैं, तो वे बोली कि मनीराम अभी आ रहे है तथा हस्ताक्षर कर देंगे। बकौल गोयल, मैंने उक्त अधूरे स्टाम्प, जिस पर मनीराम के हस्ताक्षर नहीं थे, अपने रजिस्टर में रख लिया था, जिसे बाद में कोई रजिस्टर से उठाकर ले गया,लेकिन इस मामले में एडवोकेट महोदय ने पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई,इनकी भी इस भूमिका संदिग्ध है।

जांच के दौरान में पुलिस ने सीता सिसोदिया के कथन लेख करना चाहे, तो सीता सिसौदिया नही मिलीं एवं उसके कथन लेख नहीं हो सके। आवेदन की जांच में प्रथम दृष्टया पाया कि सीता सिसोदिया ने धोखाधड़ी के आशय से फर्जी स्टाम्प तैयार कराया एवं मनीराम शर्मा से स्टाम्प से लेख रुपए की राशि प्राप्त करने के लिए उस पर दबाव बनाया। पुलिस ने मनीराम भार्गव की रिपोर्ट पर सीता सिसोदिया के खिलाफ धारा 420 के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया।