SHIVPURI NEWS - हीट-डे का छठवां दिन पारा 46 डिग्री, नगर पालिका अध्यक्ष ने की चेतावनी जारी

Bhopal Samachar

शिवपुरी। इस समय मध्यप्रदेश तप रहा है इसकी चपेट में शिवपुरी जिला भी आ रहा है। मौसम विभाग ने शिवपुरी जिले के लिए रेड अलर्ट जारी किया है,आज नौतपे के छटवे दिन शिवपुरी जिले का अधिकतम तापमान 46 डिग्री के पास पहुंच गया। अचंल में लगातार लू अपना कहर बरपा रही है।

आज नगर पालिका अध्यक्ष ने आज चेतावनी जारी की

नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा ने आमजन से आह्वान किया है कि इस गर्मी के मौसम में हर घर को जल आवश्यक है और नगर पालिका इसके लिए प्रतिबद्ध भी है लेकिन यह जीवनदान रूपी जल व्यर्थ न बह जाए इसे देखते हुए हरेक नागरिक को अपने अपने घरों अथवा खुले में लगे हुए नल कनेक्शन ने टोंटियां लगाया जाना आवश्यक हो गया है ताकि किसी भी रूप जल की एक एक बूंदी व्यर्थ ना बह जाए।

 इन हालातों में नगर पालिका शिवपुरी नगर वासियों से आह्वान करती है कि अपने खुले हुए नलों में टोंटियां जरूर लगाएं अन्यथा नपा अभियान चलाकर ऐसे नल कनेक्शन जो खुले में बिना टोंटी के है ऐसे कनेक्शन को चिन्हित करते हुए सर्वप्रथम नल कनेक्शन काटा जाएगा और फिर ऐसे नगरवासियों को जो जल व्यर्थ बहा रहे है और नपा को किसी भी रूप में सहयोग नहीं कर रहे उन्हें पुनः नया नल कनेक्शन नहीं दिया जाएगा। इस कार्य में सतत मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए है।

निराश्रित पशुओं को लेकर चिंतित प्रशासन ने किए जारी निर्देश

शासन द्वारा भीषण गर्मी एवं बढ़ते हुए तापमान में गौशालाओं में गौवंश एवं अन्य निराश्रित पशुओं की उचित देखभाल करने के संबंध में निर्देश जारी किए हैं। जारी निर्देशों के तहत अत्याधिक गर्मी व बढ़ते हुए तापमान की स्थिति में गौशालाओं में गौवंश एवं पालतू पशुओं की उचित देखभाल के लिए निर्मित पशुशेड (टीनशेड) के ऊपर बोरी अथवा सूखा घास डालकर दिन में 4 से 5 बार पानी का छिड़काव सुनिश्चित करना चाहिए। खुली खिड़की व दरवाजों में बोरी की पल्ली बनाकर डालें जिसको गीला रखना आवश्यक है।

पशुओं को सुबह 10 बजे से पहले एवं शाम को 5 बजे के बाद नहलाएं एवं तालाबों में जाने दें। पर्याप्त पीने के पानी की व्यवस्था गौशालाओं एवं घरों में 24 घण्टे पर्याप्त मात्रा में रखे। रात्रि के समय खिड़कियों एवं दरवाजों को खुला रखे। गायों एवं पालतू पशुओं को सुबह एवं शाम को तापमान कम होने पर ही बाहर चरने अथवा घूमने छोड़े एवं पर्याप्त मात्रा में भूसा व हरा चारा, पशु आहार खिलाएं।