शिवपुरी। शिवपुरी शहर में संचालित सेंट बेनिडिक्ट्स स्कूल से नियमो को तोडने के खबरे मिल रही है। पूर्व में फीस के कारण एक स्टूडेंट को बोर्ड परिक्षाए देने से वंचित कर दिया होता अगर स्टूडेंट चाइल्ड लाइन को फोन नहीं करता,वही अब दूसरा मामला फिर सुर्खियों में आया है कि एक RTE के तहत एडमिशन हुआ है,अब प्रबंधन उसकी मार्कशीट नहीं दे रहा है और 2 साल की फीस वसूलने का प्रयास कर रहा है। शिकायत के बाद स्कूल के फादर सीडब्ल्यूसी के फोन नहीं उठा रहे है।
व्यक्तिगत रूप से संपर्क करने का प्रयास किया तो कहा गया फादर बाहर गए है। इस बात से यह प्रमाणित होता है कि मिशनरी स्कूल में पढाने वाले भेड़ चाल चल रहे पैरेटंसो की फादर क्या सुनते होंगे जब वह सरकारी अर्थोडी के फोन रिसीव नहीं करते है।
जानकारी के अनुसार कमलागंज निवासी अनामिका (परिवर्तित नाम) सेंट बेनेडिक्ट्स स्कूल में कक्षा सात में अध्ययनरत है। छात्रा का दाखिला शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत स्कूल में हुआ था और वह नर्सरी से उक्त स्कूल में अध्यनरत है। छात्रा ने इस साल कक्षा सात की परीक्षा दी और अच्छे अंक हासिल कर टॉप-5 विद्यार्थियों में जगह भी बनाई। छात्रा के अनुसार जब वह परीक्षा परिणाम लेने के लिए स्कूल पहुंची तो उसे फादर जार्ज सहित एक शिक्षिका ने परीक्षा परिणाम देने से यह कहते हुए इंकार कर दिया कि उसका एडमिशन आरटीई के तहत स्कूल में नहीं हुआ है।
ऐसे में उसे कक्षा 6 व कक्षा-7 की स्कूल फीस जमा करानी पड़ेगी तभी उसे उसका परीक्षा परिणाम दिया जाएगा। छात्रा के पिता के अनुसार स्कूल प्रबंधन 38 हजार रुपये की रसीद उसे थमा कर यह पैसा जमा कराने की बात कही। छात्रा ने बाल कल्याण समिति को लिखित में शिकायत दर्ज कराई है और स्कूल प्रबंधन पर उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप भी लगाया है। इस संबंध में छात्रा के पिता का कहना है कि उसे शिकायत दर्ज कराए हुए तीन दिन हो चुके हैं, परंतु आज तक कोई कार्रवाई मामले में नहीं की गई है।
उचित वैधानिक कार्यवाही की जायेगी
मामला आपके द्वारा मेरे संज्ञान में लाया गया है। यदि छात्रा मेरे पास आकर शिकायत दर्ज कराती है तो इस मामले में स्कूल प्रबंधन के खिलाफ उचित वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। आरटीई के तहत अगर किसी विद्यार्थी का एडमीशन किसी स्कूल में हुआ है तो स्कूल प्रबंधन उससे फीस की मांग नहीं कर सकता है।
विवेक श्रीवास्तव, डीपीसी शिवपुरी।
फादर जार्ज ने फोन नहीं उठाया
मामले में कार्रवाई करने के लिए पुलिस अधीक्षक सहित जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिख चुकी हूं। पूरे मामले को लेकर जब स्कूल प्रबंधन के फादर जार्ज को उनके मोबाइल पर फोन लगाकर संपर्क किया तो उन्होंने फोन अटेंड नहीं किया। इस पर स्कूल जाकर भी उनसे संपर्क करने का प्रयास किया गया परंतु वहां यह कह दिया गया कि फादर तो बाहर गए है, उनसे मुलाकात नहीं हो पाएगी।
डॉ सुषमा पाडें,अध्यक्ष सीडब्ल्यूसी