इंदौर में सिंधिया समर्थक, पहले पुलिस वाले को पीटा, फिर पुलिस ने जुलूस निकाला - NEWS TODAY

Bhopal Samachar
मध्य प्रदेश के इंदौर में एक सिंधिया समर्थक काफी सुर्खियों में है। रविवार को ट्रैफिक पुलिस कांस्टेबल को सड़क पर पटक कर पीटा था। पुलिस थाने से सीना तान कर गया था लेकिन सोमवार को उसे समझ में आ गया कि इंदौर में महाराज का नहीं कानून का राज है। सरेंडर किया। कान पड़कर माफी मांगी और पुलिस ने जुलूस निकाला, सो अलग। 

घटना का विवरण

घटना इंदौर के खजराना चौराहे की है। रविवार दिनांक 14 अप्रैल को रात 8:00 बजे ट्रैफिक पुलिस आरक्षण विकास शर्मा अपनी ड्यूटी पर तैनात थे। सिग्नल पर खड़ी हुई एक CAR का हूटर बज रहा था। CAR के शीशे पर ब्लैक फिल्म चढ़ी हुई थी, और नंबर प्लेट पर नंबर नहीं लिखा हुआ था। सूबेदार श्री बृजराज सिंह अजनार ने आरक्षक विकास शर्मा को भेजा। विकास में जैसे ही गाड़ी साइड में लगाने के लिए कहा तो CAR में सवार युवक ने अभद्रता शुरू कर दी। फिर आरक्षक विकास को धक्का दिया जिससे वह जमीन पर गिर गया। फिर उसके पेट पर बैठकर उसे पीटा। इस दौरान उसकी वर्दी फाड़ दी। 

इस दौरान उन्होंने बताया कि वह सिंधिया समर्थक है और कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट की टीम में है। ट्रैफिक पुलिस ने खजराना थाने की पुलिस को बुला लिया। पुलिस ने सिंधिया समर्थक को हिरासत में लिया, थाने लेकर पहुंची। तब तक ऊपर से दबाव आ गया, लेकिन जिस पुलिस कर्मी को सड़क पर पटक कर पीटा था, वह मानने को तैयार नहीं हुआ और मामला दर्ज किया गया लेकिन ऊपर वालों की बात भी रखनी थी इसलिए गैर जमानती धाराएं होने के बावजूद सिंधिया समर्थक को छोड़ दिया गया। 

बाद में जब सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ और पब्लिक ने बताया कि इंदौर में महाराज का नहीं कानून का राज है। तब चुनाव की संवेदनशीलता समझ में आई और सिंधिया समर्थक ने सरेंडर किया।