कोटा शहर एसपी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि 18 अगस्त को शिवपुरी पुलिस विभाग से हमें सूचना मिली थी कि बैराड में रहने वाले रघुवीर धाकड़ की बेटी जो उन्होंने कोटा पढने को भेजी थी उसका अपहरण होने का मैसेज उनके व्हाट्सएप पर आया है और इसके लिए 30 लाख रुपए की डिमांड की है। इस सूचना के बाद हमारी पुलिस सक्रिय हुई।
हमे विवेचना में जानकारी मिली की जैसा कि परिजनो ने बताया था कि पिछले साल के 3 अगस्त को काव्या को कोटा के एक हॉस्टल में छोड़कर उसकी मां वापस चली गई थी। लेकिन काव्या 3 अगस्त से लेकर 5 अगस्त तक ही कोटा में रुकी थी वह इंदौर चली गई थी। काव्या कोटा मे ना रहकर इंदोर ही रह रही थी।
हमारी विवेचना के लिए पुलिस टीम जयपुर और इंदौर गई थी। इंदौर में काव्या के एक दोस्त ने पूछताछ के दौरान बताया कि काव्या और उसका दोस्त विदेश मे जाकर पढ़ाई करना चाहते थे। इसलिए काव्या ने स्वयं के अपहरण की साजिश रची है। अभी फिलहाल हमे काव्या और उसका दोस्त नहीं मिला है। एसपी कोटा ने मीडिया के माध्यम से कहा है कि काव्या ओर उसका दोस्त जहां भी है वह इस बात को जान ले कि उसके माता पिता अधिक परेशाना हो रहे है वह कही भी हो समीप के थाने पहुंच जाए।