पोहरी। पोहरी अनुविभाग के गोवर्धन थाना सीमा के बनवारी पुरा गांव में तालाब पर अतिक्रमण हटाने गए प्रशासन की टीम को बैरंग लौटना पडा। भूमि मुक्त कराने पहुंचे प्रशासन की टीम ने जैसे ही जमीन के फेंसिंग हटाना शुरू की जैसे ही अतिक्रमण कारियों ने विरोध करना शुरू कर दिया,वही सरपंच पति ने उग्र तेवर दिखाते हुए राजस्व के अधिकारियो से अभद्रता तक कर दी। पोहरी विधायक कैलाश कुशवाह भी मौके पर पहुंचे थे,विधायक भी अप्रत्याशित रूप से अतिक्रमण कारियो का समर्थन कर रहे थे। हाईकोर्ट के आदेश पर अतिक्रमण मुक्त कराने पहुंचा प्रशासन की टीम जमीन को अतिक्रमण मुक्त नहीं करा सकी है।
पहले समझे मामले को
ग्राम खेरारा बनवारी पुरा स्थित भूमि सर्वे क्रमांक 300, 153, 314, 258, 251, 373 की जमीन शासकीय दस्तावेजों में गोचर चरनोई व तालाब के नाम पर दर्ज है। ग्रामीणों के अनुसार यहां पर गांव के लोगों के मवेशी चरने जाते थे। उक्त जमीन पर कुछ सालों से गांव के दबंग व राजनीतिक रसूख रखने वाले लोगों ने कब्जा कर लिया है।
दबंगों द्वारा करीब 500 बीघा जमीन पर खेती की जा रही है इस कारण इस क्षेत्र के मवेशियों को चरने के लिए पर्याप्त स्थान नहीं हैं,कई बार ग्रामीणों ने इस अतिक्रमण की स्थानीय स्तर पर शिकायत की,लेकिन ग्रामीणों की सुनवाई नहीं होने के कारण गांव वालों ने एक राय होकर वर्ष 2022 में उच्च न्यायालय की शरण लेकर डब्ल्यूपी 1007/2022 दर्ज कराई, जिस पर 19 जनवरी 2022 को न्यायालय ने स्थानीय प्रशासन को आदेश दिया कि वह चरनोई की जमीन और तालाब को अतिक्रामकों के कब्जे से मुक्त करवाएं। उच्च न्यायालय के आदेश को दो साल बीत चुके हैं, परंतु आज तक जमीन को कब्जा मुक्त नहीं हो सका था।
आज पहुंची प्रशासन की टीम
बताया जा रहा है कि जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए बैराढ़ और गोवर्धन थाने का पुलिस बल सहित बैराड़ तहसीलदार दुर्गपाल सिंह वैश्य, गोवर्धन हल्के के नायब तहसीलदार और आरआई,पटवारी मौके पर पहुंचे और जमीन की तार फेंसिंग हटाने का प्रयास किया तो अतिक्रमण कारियो ने विरोध करना शुरू कर दिया।
मौके से आई वायरल वीडियो में बनवरी पुरा ग्राम पंचायत के सरपंच गुडिया कुशवाह के पति रूप सिंह उर्फ रूपा कुशवाह राजस्व के अधिकारियो से अभद्रता करता हुआ दिखाई दे रहा है। बताया जा रहा है कि पोहरी विधायक कैलाश कुशवाह क्षेत्र में ही थे,कैलाश कुशवाह मौके पर पहुंचे और अतिक्रमण कारियो का साथ देने लगे। अधिक विरोध के कारण प्रशासन की टीम मौके से बैरंग लौट आई। इस मामले में एसडीएम पोहरी मोतीलाल अहिरवार का कहना है कि हमने कुछ जमीन का हिस्सा मुक्त करा लिया है,लेकिन प्रशासन की टीम एक इंच जमीन भी मुक्त नहीं करा सकी है।
पहले समझे मामले को
ग्राम खेरारा बनवारी पुरा स्थित भूमि सर्वे क्रमांक 300, 153, 314, 258, 251, 373 की जमीन शासकीय दस्तावेजों में गोचर चरनोई व तालाब के नाम पर दर्ज है। ग्रामीणों के अनुसार यहां पर गांव के लोगों के मवेशी चरने जाते थे। उक्त जमीन पर कुछ सालों से गांव के दबंग व राजनीतिक रसूख रखने वाले लोगों ने कब्जा कर लिया है।
दबंगों द्वारा करीब 500 बीघा जमीन पर खेती की जा रही है इस कारण इस क्षेत्र के मवेशियों को चरने के लिए पर्याप्त स्थान नहीं हैं,कई बार ग्रामीणों ने इस अतिक्रमण की स्थानीय स्तर पर शिकायत की,लेकिन ग्रामीणों की सुनवाई नहीं होने के कारण गांव वालों ने एक राय होकर वर्ष 2022 में उच्च न्यायालय की शरण लेकर डब्ल्यूपी 1007/2022 दर्ज कराई, जिस पर 19 जनवरी 2022 को न्यायालय ने स्थानीय प्रशासन को आदेश दिया कि वह चरनोई की जमीन और तालाब को अतिक्रामकों के कब्जे से मुक्त करवाएं। उच्च न्यायालय के आदेश को दो साल बीत चुके हैं, परंतु आज तक जमीन को कब्जा मुक्त नहीं हो सका था।
आज पहुंची प्रशासन की टीम
बताया जा रहा है कि जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए बैराढ़ और गोवर्धन थाने का पुलिस बल सहित बैराड़ तहसीलदार दुर्गपाल सिंह वैश्य, गोवर्धन हल्के के नायब तहसीलदार और आरआई,पटवारी मौके पर पहुंचे और जमीन की तार फेंसिंग हटाने का प्रयास किया तो अतिक्रमण कारियो ने विरोध करना शुरू कर दिया।
मौके से आई वायरल वीडियो में बनवरी पुरा ग्राम पंचायत के सरपंच गुडिया कुशवाह के पति रूप सिंह उर्फ रूपा कुशवाह राजस्व के अधिकारियो से अभद्रता करता हुआ दिखाई दे रहा है। बताया जा रहा है कि पोहरी विधायक कैलाश कुशवाह क्षेत्र में ही थे,कैलाश कुशवाह मौके पर पहुंचे और अतिक्रमण कारियो का साथ देने लगे। अधिक विरोध के कारण प्रशासन की टीम मौके से बैरंग लौट आई। इस मामले में एसडीएम पोहरी मोतीलाल अहिरवार का कहना है कि हमने कुछ जमीन का हिस्सा मुक्त करा लिया है,लेकिन प्रशासन की टीम एक इंच जमीन भी मुक्त नहीं करा सकी है।