शिवपुरी जिले के खनियाधाना थाना क्षेत्र के पोठयाई गांव में व्यापारी के घर में हुई चोरी का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। पुलिस ने एक इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं दो आरोपी अब भी फरार चल रहे है। बता दें कि पुलिस चोर की तरफ से चोरी के दौरान छोड़े गए जूतों की बदौलत आरोपियों तक पहुंची है।
गौरतलब है कि 3 जनवरी की रात पोठयाई गांव के रहने वाले पंकज जैन के घर अज्ञात चोर घुस गए थी। जहां एक चोर ने कट्टे की बट से व्यापारी पर हमला भी बोल दिया था। चोर व्यापारी के घर से 90 हजार रुपये नगदी व दस्तावेजों से भरा बैग चुराकर फरार हो गए थे। जिसके बाद मामला दर्ज करने के बाद पुलिस लगातार चोरों की तलाश में जुटी हुई थी।
जूतों के जरिए चोरों तक पहुंची पुलिस
जानकारी के मुताबिक़ चोरी के वक्त चोर घर में जूते और चप्पल छोड़ कर भाग गए थे। पुलिस ने अपनी पड़ताल में चोरों के जूतों को भी लिया था। पड़ताल में पता लगा कि इस प्रकार के जूते सिमलार गांव का रहने वाला कृष्णपाल उर्फ केपी यादव को अक्सर पहने हुए देखा गया है। जो वर्तमान में पोठयाई में ही घर बनाकर रह रहा है।
चोरी से पहले की थी पार्टी
पुलिस ने कृष्णपाल उर्फ केपी यादव की तलाश शुरू कर दी थी तभी पुलिस को पता चला कि चोरी की घटना से पहले शाम के वक्त कृष्णपाल उर्फ केपी यादव के पोठयाई गांव के मकान पर पार्टी हुई थी। इसके बाद कृष्णपाल उर्फ केपी यादव लापता हो गया था। पुलिस ने पार्टी में शामिल हुए लोगों का सुराग लगाते हुए दो लोगों की पहचान पिछोर थाना क्षेत्र के दविया जगन गांव का रहने वाला अमोल लोधी के रूप में की थी।
अमोल आदतन अपराधी था जो 22 महीनों की जेल काटकर हाल ही में छूट कर आया था। इसके बाद पुलिस ने 27 जनवरी को अमोल लोधी को पकड़कर सख्ती से पूछताछ की, जिसमें अमोल लोधी पुत्र महेश लोधी (28) चोरी की वारदात को कृष्णपाल उर्फ केपी यादव और एक अन्य चोर के साथ अंजाम देना स्वीकार कर लिया। पुलिस ने फरार चल रहे दो अन्य आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
गौरतलब है कि 3 जनवरी की रात पोठयाई गांव के रहने वाले पंकज जैन के घर अज्ञात चोर घुस गए थी। जहां एक चोर ने कट्टे की बट से व्यापारी पर हमला भी बोल दिया था। चोर व्यापारी के घर से 90 हजार रुपये नगदी व दस्तावेजों से भरा बैग चुराकर फरार हो गए थे। जिसके बाद मामला दर्ज करने के बाद पुलिस लगातार चोरों की तलाश में जुटी हुई थी।
जूतों के जरिए चोरों तक पहुंची पुलिस
जानकारी के मुताबिक़ चोरी के वक्त चोर घर में जूते और चप्पल छोड़ कर भाग गए थे। पुलिस ने अपनी पड़ताल में चोरों के जूतों को भी लिया था। पड़ताल में पता लगा कि इस प्रकार के जूते सिमलार गांव का रहने वाला कृष्णपाल उर्फ केपी यादव को अक्सर पहने हुए देखा गया है। जो वर्तमान में पोठयाई में ही घर बनाकर रह रहा है।
चोरी से पहले की थी पार्टी
पुलिस ने कृष्णपाल उर्फ केपी यादव की तलाश शुरू कर दी थी तभी पुलिस को पता चला कि चोरी की घटना से पहले शाम के वक्त कृष्णपाल उर्फ केपी यादव के पोठयाई गांव के मकान पर पार्टी हुई थी। इसके बाद कृष्णपाल उर्फ केपी यादव लापता हो गया था। पुलिस ने पार्टी में शामिल हुए लोगों का सुराग लगाते हुए दो लोगों की पहचान पिछोर थाना क्षेत्र के दविया जगन गांव का रहने वाला अमोल लोधी के रूप में की थी।
अमोल आदतन अपराधी था जो 22 महीनों की जेल काटकर हाल ही में छूट कर आया था। इसके बाद पुलिस ने 27 जनवरी को अमोल लोधी को पकड़कर सख्ती से पूछताछ की, जिसमें अमोल लोधी पुत्र महेश लोधी (28) चोरी की वारदात को कृष्णपाल उर्फ केपी यादव और एक अन्य चोर के साथ अंजाम देना स्वीकार कर लिया। पुलिस ने फरार चल रहे दो अन्य आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।