शिवपुरी। पश्चिमी विक्षोभ और पूर्वी हवा के असर से शिवपुरी जिले में सर्दी बढ़ गई है, नमी का स्तर 95 प्रतिशत तक पहुंच गया है जिससे कोहरा और बादल छा रहे हैं। हवा चलने से रात के तापमान में लगातार गिरावट हो रही है। पिछले 24 घंटे में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वही घने कोहरे के असर से विजिबिलिटी सिर्फ 40 मीटर रह गई थी। इस कारण आज सुबह 5 बजे दो वाहन आमने सामने से टकरा गए इस कारण एक किसान की मौत और तीन लोगों के घायल हुए है।
गुरुवार की सुबह सुबह जहां करैरा में हुई, तो वहीं दोपहर में शिवपुरी तथा शाम को बदरवास व पिछोर में रिमझिम बारिश का दौर चलता रहा। अभी तक तीन दिन बारिश होने के बाद भी सर्दी का अहसास उतना नहीं बढ़ सका,आज शुक्रवार को दिन भर बादल छाए रहे इस कारण दिन भर सर्दी का अहसास बना रहा।
गुरुवार की सुबह से बदला मौसम
गुरुवार को सुबह से आसमान पर बादल छाए हुए थे तथा सुबह 9.30 बजे हल्की धूप निकली। इस बीच सुबह से करैरा में रिमझिम बारिश होने लगी तो कुछ समय के लिए वहां ठंडक घुल गई। इस दौरान शिवपुरी शहर में हल्की धूप निकल आई थी। दोपहर डेढ़ बजे एकाएक शिवपुरी शहर में छाए बादल बरसने लगे और लगभग आधा घंटे तक रिमझिम बारिश होने से सड़कें गीली होगई।
शिवपुरी में बारिश होने के कुछ देर बाद फिर से धूप निकल आई। शाम लगभग 4 बजे बदरवास में बारिश हुई तो शाम 5 बजे पिछोर में भी रिमझिम शुरू हो गई। गुरुवार की शाम सांझ ढलते ही फिर हुई बारिश, रात हुई सर्द होने का अहसास रहा।
शुक्रवार को नहीं हुए सूर्यदेव के दर्शन
आज शुक्रवार को शिवपुरी शहर में हल्की बूंदाबांदी हुई जिससे शहर की सड़कें फिर से गीली हो गई। आज सुबह बडी सुहानी थी,सर्द हवाओं को घेरा लोगों को ठंडक का अहसास दे रहा था। आज दिन भर से सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए। जिले के आसमान पर बादलों ने फिलहाल डेरा डाल दिया है और तीन चार दिन मौसम ऐसा की रहने का अनुमान है।
गर्म कपड़ों के बाजार में लौटी रौनक
अचानक से मौसम परिवर्तन के कारण कुछ धधो पर मंदी की मार आई वही गर्म कपड़ों के बाजार में रौनक लौट गई। अचानक से बडी ठंड के कारण गर्म कपड़े बेचने वाली दुकानो पर भीड बड गई। लोग ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े खरीदते देखे गए।
मौसम में पश्चिमी विक्षोभ का असर
जलवायु परिवर्तन के चलते ही तो मौसम यह सब बदलाव हो रहे हैं। इसके अलावा पश्चिमी विक्षोभ की वजह से आसमान पर बादल व रिमझिम बारिश का दौर चल रहा है। आगामी तीन-चार दिन तक स्थिति ऐसी ही रहेगी।
जीडी मिश्रा, रिटायर्ड मौसम वैज्ञानिक भोपाल