67वीं राज्य स्तरीय अंडर-17 बालक-बालिका हैंडबॉल प्रतियोगिता में ग्वालियर और जबलपुर बने विजेता - SHIVPURI NEWS

Bhopal Samachar
शिवपुरी। शहर के तात्या टोपे फिजिकल कॉलेज मैदान में 15 दिसंबर से शुरू हई 67वीं अंडर-17 बालक-बालिका हैंडबॉल प्रतियोगिता मंगलवार को खिताबी मुकाबले खेले जाने और उसके बाद विजेताओं को ट्रॉफी व मेडल आमंत्रित अतिथियों द्वारा प्रदान करने के साथ ही संपन्न हो गई।

मंगलवार की सुबह बालक वर्ग का फायनल मुकाबला ग्वालियर व भोपाल के बीच खेला गया, जो ग्वालियर ने 25-20 से जीतकर ट्राफी अपने नाम कर ली। भोपाल उपविजेता रहा, जबकि तीसरे स्थान के लिए खेले गए हार्ड लाइन मैच में उज्जैन ने सागर को 22-17 से हराकर तीसरा स्थान प्राप्त किया।

वहीं बालिका वर्ग का फायनल मुकाबला जबलपुर व जनजातीय विकास संभाग के बीच हुआ जिसमें जबलपुर की बेटियों ने 16-13 से जीत हासिल कर बाजी मार ली। तीसरे स्थान के लिए सागर व शहडोल के बीच मैच खेला गया। इस मुकाबले में सागर ने शहडोल को 8-3 से हराकर तीसरा स्थान हासिल किया।

अब्बल आने वाली इन टीमों के खिलाड़ियों को आमंत्रित अतिथियों ने ट्रॉफी व मेडल प्रदान किये। खिताबी मुकाबले जीतने के बाद खिलाड़ियों ने अपने उत्साह का प्रदर्शन करते हुए कोच व टीम प्रबंधन के सदस्यों के साथ खूब डांस किया।

पंखों से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती हैः भारती

कार्यक्रम के मृख्य अतिथि पाठ्य पुस्तक निगम के उपाध्यक्ष प्रहलाद भारती ने विभिन्न संभागों के खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए उनकी हौसला अफजाई की और पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम द्वारा कही गई पंक्ति, सपने वो नहीं होते जो नींद में देखे जाते हैं, बल्कि वह होते हैं जो आपको सोने नहीं देते, के माध्यम से खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया।

हार-जीत पर उन्होंने कहा कि मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है। वहीं विशिष्ट अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष राजू बाथम ने खेलों के माध्यम से जीवन में अनुशासन को आत्मसात करने का आग्रह खिलाड़ियों से किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिला पंचायत उपाध्यक्ष व शिक्षा समिति के अध्यक्ष अमित पडरया ने कहा कि खेलों का जीवन में बहुत महत्व है और बचपन में वह भी जिला स्तरीय खिलाड़ी रहे हैं।

खेल के दौरान उन्हें हासिल प्रमाण पत्रों ने उनके व्यवसायिक जीवन में बहुत सहायता की। उन्होंने खिलाड़ियों से कहा कि हमेशा खेल भावना के साथ खेलें, जीत-हार तो खेल के पहलू हैं। विशेष आमंत्रित अतिथि कोलारस नपध्यक्ष प्रियंका शिवहरे ने भी खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया। इससे पहले जिला शिक्षा अधिकारी समर सिंह राठाैड़, क्रीड़ा अधिकारी चंद्रशेखर बेमटे,यादवेन्दर चौधरी, बीईओ मनोज निगम, फिजिकल कालेज प्राचार्य जगदीश मकवाना,आरपी जाटव सहित समिति सदस्यों व विभिन्न टीमों के जनरल मैनेजर ने अतिथियों का स्वागत किया। प्रतिवेदन का वाचन पूर्व क्रीड़ा अधिकारी महेंद्र तोमर ने किया। कार्यक्रम का संचालन बीआरसीसी अंगद सिंह तौमर, हेमलता चौधरी व गिरीश मिश्रा द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में डीईओ राठौड ने समापन की घोषणा करते हुए आभार व्यक्त कर अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए।

उत्कृष्ट कार्य के लिए समिति सदस्य सम्मानित

पांच दिवसीय प्रतियोगिता में मैदान से लेकर खिलाड़ियों की आवास, भोजन, परिवहन, प्रचार प्रसार सहित अन्य व्यवस्थाओं में 16 समितियों के सौ से अधिक सदस्यों ने दिनरात कार्य किया। कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य के लिए अतिथियों ने स्मृती चिन्ह व प्रमाण पत्र भेंट कर उन्हें सम्मानित किया।

इसमें प्रचार-प्रसार समिति के उत्कृष्ट कार्य के लिए भगवती प्रसाद शर्मा, नीरज सरैया को सम्मानित किया गया तो वहीं अन्य समितियों में शामिल एपीसी उमेश करारे, प्राचार्य आरपी जाटव, विवेकवर्धन शर्मा, राजीव श्रीवास्तव, विनय रावत, दीपक मांझी, अभिषेक श्रीवास्तव, नीता श्रीवास्तव, मनोहर अग्रवाल, ऋतु अग्रवाल, तनुजा गर्ग, बृजमोहन चाहर, अजय बाथम, राजेश जाटव, कल्पना सोनी, संस्कार मिश्रा, खुशी परमार, रामकुमार नामदेव, रामसेवक, सुनीता ओझा, अशोक शाक्य, शिवनाथ सिंह वैश्य , ख्याति रावत, पूर्व खिलाड़ी महेंद्र कंथरिया आदि को सम्मानित किया गया।