SHIVPURI NEWS - डॉक्टर ना मिलने से बिना उपचार के ही अस्पताल से घर लौट रहे मरीज, प्राइवेट देख रहे है मरीजो को

Bhopal Samachar
शिवपुरी। शिवपुरी शहर के जिला चिकित्सालय में इस समय खांसी,जुकाम,बुखार,पेट दर्द,और कान,नाक,दांत,दाढ़,के मरीजों की भरमार है, लेकिन समय से डॉक्टरों के ना बैठने पर मरीजों को घंटो इंतजार कर परेशानियों का सामना करना पड रहा है।

स्वास्थ्य विभाग में लम्बे समय से लापरवाही बरत रहे ऐसे डॉक्टरों पर ना तो कोई कार्यवाही की जाती है और ना ही जिला अस्पताल का निरीक्षण किया है। ऐसे में लगातार डॉ.अपनी ड्यूटी को लेकर लापरवाही बरत रहे है। और समय से ड्यूटी नहीं आ रहे है वही अधिकतर समय अपनी प्राईवेेट क्लीनिकों पर दे रहे है।

यहां हो रहे बच्चे परेशानी

जिला अस्पताल शिवपुरी में पदस्थ डॉ.गरिमा सिंह एमडीएस बाल दन्त रोग चिकित्सक शनिवार को दोपहर 1 बजे तक भी अपने कक्ष में नहीं पहुंचे तो उपचार कराने आये मरीज घंटो इंतजार के बाद खाली हाथ लौट कर घर चले गये,बताया जा रहा है कि डॉक्टर साहब की हर रोज इसी प्रकार से कुर्सी खाली रहती है। हकीकत बात तो यह है कि डॉक्टर अधिकतर समय अपनी प्राइवेट क्लीनिक पर देते है।

यहां भी मिली कुर्सी खाली

जिला अस्पताल शिवपुरी में पदस्थ डॉ.गोविन्द रावत एमडीएस दंत रोग चिकित्सक शिवपुरी,शनिवार को दोपहर 1 बजे तक भी अपनी कुर्सी पर नहीं मिले,वही उपचार कराने आये लोगे बिना उपचार के ही घर लौट गये,अगर एक बजे तक भी डॉक्टर अपनी कुशी पर नही मिलते है तो इससे साफ जाहिर होता है की डॉक्टर कितनी अपनी ड्यूटी कर रहे है।

यह बताए जा रहे पांच दिन से गायब

जिला अस्पताल शिवपुरी मेंं पदस्थ डॉ.अभिषेक गोयल नाक,कान,गला,रोग विशेषक्ष पिछले पांच दिनों से गायब बताए जा रहे है वही शनिवार को यह एक बजे तक भी अपनी कुर्सी पर नहीं पहुंचे और उपचार करने आये लोगो को मायूस होकर बिना उपचार के ही घर लोटना पडा क्योकि एक बात यह भी है की जिस नम्बर रूप का पर्चा बनता है उस पर्चे को दूसरे डॉक्टर भी नही देखते हैं ऐसे में उपचार के लिए आये लोगो को खाली हाथ ही लौटना पडा रहा है।

यह भी समय से नहीं बैठते डॉक्टर

जिला अस्पताल की मेडिसिन ओ.पी.डी. में समय से डॉक्टरों के न बैठने पर लोगों को परेशानियों का सामना करना पड रहा है। यहां शनिवार को 1 बजे तक कुर्सी खाली पड़ी मिली वही इस रूप में अलग अलग डॉक्टरों की डॉक्टरों की ड्यूटी लगती है लेकिन शनिवार को यह रूम खाली मिला,वही इस रूप में बैठने वाले डॉक्टर अधिकतर समय अपनी प्राइवेट क्लीनिकों पर देते है।

यह लोट कर गए मरीज

शनिवार की दोपहर जिले के विलोकला गांव से लगभग 70 किलोमीटर दूस से अपने कान का उपचार कराने आये शिवनारायण खटीक ने बताया कि उसे एक कान से कम सुनाई देता है। वह आज सुबह से अपने कान का उपचार कराने के लिए जिला अस्पताल आया था लेकिन एक 12 बजे से 1 बजे तक एक घंटे इंतजार के बाद भी डॉक्टर के ना आने से उसका उपचार नहीं हो सका, शिवनारायण ने करीब एक घंटे तक डॉ.अभिषेक गोयल का इंतजार किया लेकिन इसके बाद भी जब डॉ. नहीं आया तो फिर खाली हाथ जिला अस्पताल से लौटना पड़ा।

यह भी आये अपनी दाढ़ का उपचार कराने

जिले के खराई भड्रापुरा में रहने वाले अखराज जाटव शिवपुरी से लगभग 15 किलोमीटर दूर से जिला अस्पताल में अपनी दाढ़ का उपचार कराने के लिए आये थे लेकिन डॉक्टर ना मिलने की वजह से उन्हे जिला अस्पताल से खाली हाथ लौटना पडा अखराज ने बताया कि वह पिछले एक माह से अपनी डाढ को लेकर परेशान है और आज वह इसी उम्मीद से जिला अस्पताल आया था कि उसकी दाढ़ का उपचार हो जाएगा लेकिन करीब आधे घंटे डां. गोविन्द रावत का इंतजार किया।