शिवपुरी। शिवपुरी में राजनीतिक उठापटक के बीच शासकीय अधिकारी-कर्मचारियों पर भी नजर रखी जाने लगी है। यही वजह है कि खनियांधाना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर दंपती की निर्वाचन में शिकायत होने के बाद सिरसौद (अमोला) के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अटैच कर दिया गया। उन्हें यहां पर चुनाव खत्म होने तक नौकरी करनी पड़ेगी, उसके बाद ही उनकी वापसी हो पाएगी।
पिछोर विधानसभा सीट से दोनों प्रमुख दलों भाजपा एवं कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए। भाजपा ने लगभग एक माह पूर्व नाम उजागर कर दिया था, जबकि कांग्रेस ने रविवार को ही नाम, फाइनल किया। इस विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले खनियाधाना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ पूर्व प्रभारी बीएमओ डॉ. अरुण झसिया एवं उनकी पत्नी महिला मेडिकल ऑफिसर रमा टिकरिया की शिकायत भाजपा प्रत्याशी प्रीतम लोधी ने जिला निर्वाचन कार्यालय शिवपुरी मे की थी।
शिकायत में उक्त डॉक्टर दंपती पर राजनीतिक व्यक्ति को सहयोग करने की बात लिखी गई थी, इसलिए जिला निर्वाचन अधिकारी ने भी यह मामला शिकायत शाखा को भेज दिया। शिकायत शाखा के नोडल अधिकारी ने डॉक्टर दंपत्ति को चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक वहां से हटाए जाने के लिए पत्र जारी किया। जिसके चलते रविवार को ही डॉ. अरुण झसिया एवं डॉ. रमा टिकरिया को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिरसौद में अटैच कर दिया गया।
भाजपा प्रत्याशी ने की निर्वाचन में शिकायत
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खनियाधाना में पदस्थ डॉ. अरुण झसिया को बीते एक सप्ताह तक BMO का प्रभार भी दिया गया था, जबकि उनकी पत्नी रमा भी वहां मेडिकल ऑफिसर हैं। डॉक्टर दंपती को कांग्रेस प्रत्याशी का समर्थित होने की शिकायत भाजपा प्रत्याशी ने की है। हालांकि निर्वाचन शिकायत शाखा को ऐसा कुछ नजर नहीं आया, लेकिन शिकायत फिर आगे जाती, इसलिए उन्होंने दोनों को चुनाव समाप्ति तक अटैच कर दिया।
इनका कहना है
खनियाधाना में पदस्थ डॉ. अरुण एवं उनकी डॉक्टर पच्ची की शिकायत आई थी। शिकायत के आधार पर उन्हें चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक वहां सेकस अस्पताल में हटाकर अटैच करवा दिया गया है।
देवेंद्र सुपरियाल, नोडली अधिकारी निर्वाचन शिकायत