SHIVPURI NEWS - हिन्दूओ की इस त्यौहार की परपंरा निभाने मे इन मुस्लिमो का हाथ,पढिए पूरी खबर

Bhopal Samachar
काजल सिकरवार @ शिवपुरी। अधर्म पर धर्म की जीत,बुराई की अच्छाई पर जीत का प्रतीक दशहरा पर रावण का पुतला दहन किया किया जाता है,सालों से साल दशहरे पर शिवपुरी में रावण का पुतला दहन किया जा रहा है। हिन्दू धर्म के लोग विजयादशमी को बड़े ही उत्साह और धूमधाम से मनाते है,हिन्दू की आस्था के इस त्यौहार को मनाने में मुस्लिम लोगों का भी हाथ है।

खनियाधाना में हर वर्ष विजयदशमी के अवसर पर जिस रावण के पुतले का दहन होता है उस रावण के पुतले का निर्माण एक मुस्लिम परिवार द्वारा किया जाता है। पिछले 42 सालों से यह मुस्लिम परिवार खनियाधाना में रावण के पुतले का निर्माण करता चला आ रहा है खनियाधाना के हाई स्कूल मैदान में हर साल दशहरा उत्सव का आयोजन बजरंग रामलीला समिति के द्वारा किया जाता है।

जिसमें रावण के पुतले का निर्माण मुस्लिम परिवार करता है। हिंदू-मुस्लिम कौमी एकता की मिसाल के तौर पर इस रावण के पुतले को लेकर मुस्लिम परिवार भी उत्साह से इस पुतले को बनाता है। और पुतले के निर्माण में इस मुस्लिम परिवार को 10 से 15 दिन लगते हैं। दशहरे पर इस बार जिस पुतले का दहन किया जाएगा और उस पुतले का निर्माण मुस्लिम परिवार ने पूरा कर लिया है।

रावण के पुतले का निर्माण करने वाले हाजी मिस्टर खान व उनके पुत्र अनवर खान ने बताया कि उनका पूरा परिवार के साथ दुकान स्टाफ रावण के पुतले का निर्माण करता है और उनके उस्ताद हाजी मिस्टर खान के नेतृत्व में इस रावण के पुतले का निर्माण होता है।

वह कई सालों से इसका निर्माण करते हुए चले आ रहे है हाजी मिस्टर खान के वृद्ध होने से अब उनके पुत्र अनवर खान के साथ दुकान स्टाफ रावण के पुतले का निर्माण कर रहे है और वृद्ध पिता जी हाजी मिस्टर खान भी साथ उनको बताते है और हाथ भी बट रहे है।

काली माई के रावण बनाने वाले जहीर खान ने बताया कि कि हमारे यहां कई वर्षों से यह रावण बनाने की परंपरा चली आ रही हैं, इसलिए मेरे साथ मेरा बेटा आसिफ खान भी रावण बनाता हैं और इस बार हम लोगों ने यह सोच बनाई की बॉडी बनाने का यह ट्रेंड सा चल रहा है और तो हमने सोचा कि हमें भी इस बार कुछ हटकर रावण बनाना चाहिए इसलिए हमने रावण के सिक्स पैक बनाकर, बॉडी गार्ड रावण बनाया जिसका काली माता ग्राउंड में दहन किया गया था। और यह बॉडी गार्ड रावण को जनता ने बहुत पसंद किया। और इस रावण को देखने के लिए 20 से 25 हजार से अधिक लोग काली माता ग्राउंड में मौजूद रहे।