शिवपुरी। नगर पालिका द्वारा संचालित शिवपुरी के लुधावली क्षेत्र में लगातार गायों की मौतों को लेकर प्रशासनिक अमला हरकत में आ गया है। कलेक्टर शिवपुरी रविन्द्र कुमार चौधरी ने अधिकारियों के साथ बैठक की और इसमे चर्चा हुई कि कैसे गोशाला में गोवंश की मौतों को रोका जाए। आंकड़े के अनुसार शिवपुरी की गौशाला में 100 से 120 गोवंश की मौत हर माह होती है।
गायों में कुपोषण के कारण हरे एवं पौष्टिक आहार की उपलब्धता के लिए अब गौशाला से लगी वन भूमि को चरनोई भूमि के रूप में विकसित करने की कार्ययोजना पर काम किया जा रहा है। इसके लिए वन विभाग से जमीन की मांग की गई है।
उल्लेखनीय है कि शिवपुरी गौशाला में हर माह औसतन एक सैकड़ों गायों की मौत हो रही है। मौतों का कारण गायों के द्वारा अत्यधिक मात्रा में प्लास्टिक का सेवन बताया जाता है। सूत्र बताते हैं कि इस पर अधिकारियों ने चिकित्सकों से जब बात की कि अगर पॉलीथिन से मौत होती है तो फिर इन गायों की मौत सड़क पर विचरण के दौरान क्यों सामने नहीं आती।
काफी विचार विमर्श के उपरांत यह बात सामने आई कि गौशाला में गाय को एक ओर जहां प्राकृतिक माहौल नहीं मिल पा रहा जिसमें वह रहने की आदी होती हैं। वहीं दूसरी ओर हरा चारा, चलने, फिरने और चरने के लिए जगह नहीं है। इसी के चलते निर्णय लिया गया है कि अगर गौशाला से लगी वन भूमि अगर गायों के लिए मिल जाए तो एक ओर जहां गायों को वह प्राकृतिक परिवेश मिल जाएगा जिसमें वह रहने की आदी होती हैं, वहीं दूसरी ओर उक्त भूमि को चरनोई भूमि के रूप में भी विकसित करने से उन्हें प्राकृतिक रूप से हरा चारा मुहैया हो जाएगा।
ऐसे में गायों की मौतों का आंकड़ा कम होने के साथ ही गायों की आयु में भी वृद्धि होगी। कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी का कहना है कि उन्होंने डीएफओ को पत्र लिख कर गोशाला से लगी वन भूमि का कुछ भाग उनसे गौशाला के लिए मांगा है। इस पर काफी गंभीरता के साथ प्रशासन के और वन विभाग के अधिकारी विचार विमर्श कर रहे हैं। और उम्मीद है कि यह वन भूमि का कुछ हिस्सा गोशाला के लिए उपलब्ध करवा दिया जाएगा।
गंदगी से मुक्ति पाने लगेंगी पत्थर की फर्सी
20 जुलाई को सामने आई गायों की मौतों के बाद नगर पालिका प्रबंधन भी गौशाला में सुधार के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं। इसी क्रम में सीएमओ केशव सिंह सगर ने गौशाला में होने वाली गंदगी से निजात पाने के लिए वहां पर पत्थर की फर्सी करवाई जाए। इससे गायों के पैरों में भी कोई परेशानी नहीं होगी और गंदगी से निजात मिलने के साथ-साथ गौशाला में सफाई करने में भी आसानी होगी।
नगर पालिका के अधिकारियों ने एक और निर्णय लिया है कि गोशाला के सामने खाली पड़ी गैर अतिक्रमित भूमि को भी कवर किया जाएगा ताकि गायों को चलने फिरने के लिए भी जगह मिल सके। इसके साथ ही नगर पालिका के लापरवाह स्टाफ को वहां से हटाने हुए अब गौशाला प्रबंधन की जिम्मेदारी आरआई सुधरी मिश्रा व एसआई योगेश शर्मा को सौंप दी है। अब यह दोनों ही गोशाला को संपूर्ण प्रबंधन देखेंगे।