स्कूल शिक्षा विभाग- शिवपुरी ​जिले के 2738 स्कूलों में स्वीकृत पदों के अलावा डटे 652 मास्टर जी हटेंगें- Shivpuri News

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शिवपुरी।
शिक्षा विभाग द्वारा संचालित सरकारी स्कूलों में है स्वीकृत पदों की तुलना में अतिरिक्त शिक्षक पदस्थ है तो वही कई स्कूल ऐसे हैं जहां शिक्षकों की आवश्यकता की तुलना में कम शिक्षक कार्यरत हैं इसी विसंगति पूर्ण व्यवस्था को आवश्यकता के अनुसार शिक्षकों की पदस्थापना करने की युक्तियुक्तकरण का सहारा विभाग लेने जा रहा है अकेले शिवपुरी जिले में 652 शिक्षक एजुकेशन पोर्टल पर दर्ज जानकारी के अनुसार चिन्हित हुए हैं।

हालांकि पोर्टल पर दर्ज कई जानकारियां अभी भी विसंगति पूर्ण है इसलिए 5 फरवरी तक जिले के सभी शिक्षकों से पोर्टल पर दर्ज जानकारी का परीक्षण करने और विसंगति होने पर दस्तावेजों के साथ आवेदन संकुल केंद्र के माध्यम से जिला शिक्षा अधिकारी को भेजने के निर्देश दिए हैं।

मनमाने तबादलो ने बिगाड़ा ढांचा

आवश्यकता से अधिक पदस्थ अतिशेष शिक्षकों का युक्तियुक्त करण पहली बार नहीं हो रहा है ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि समय-समय पर युक्तिकरण के बावजूद स्कूलों में आवश्यकता से अधिक शिक्षक इतनी बड़ी संख्या में कैसे हो जाते हैं बताया जाता है कि स्कूल शिक्षा विभाग में पिछले कुछ वर्षों में मनमाने ढंग से शिक्षकों के तबादले किए गए हैं कई स्कूलों में रिक्त पद ना होने के बावजूद शिक्षकों की पोस्टिंग कर दी गई नतीजे में है हर साल स्कूलों में शिक्षक अतिशेष होते चले गए मैनेजमेंट सिस्टम पर जिले के 2738 स्कूलों में 652 शिक्षक अतिशेष हैं जिसके लिए यह अपडेशन की कार्रवाई की जा रही है।

ये है जिले में स्वीकृत पदों की स्थिति

एजुकेशन पोर्टल के सरप्लस मैनेजमेंट सिस्टम पर गौर करें तो प्रांत स्तर से जिलों में अतिशेष शिक्षकों की जो जानकारी डाली गई है उसके तहत शिवपुरी जिले के 2 हजार 738 स्कूलों में 652 शिक्षक अतिशेष की श्रेणी में चिन्हित किए गए हैं। जबकि जिले के स्कूलों में शिक्षकों के कुल स्वीकृत पदों की संख्या 11 हजार 852 है। वही मौजूदा वक्त में जिले में सिर्फ 6652 शिक्षक ही कार्यरत हैं जिनमें से 652 को संख्या मान के हिसाब से अतिशेष की श्रेणी में चिन्हित किया गया है। अब जबकि बोर्ड परीक्षाओं को शुरू होने में 25 दिन ही बचे हैं, ऐसे में अब यह कहना मुश्किल होगा कि अतिशेष शिक्षकों पर कार्रवाई की गाज अभी गिरेगी या फिर परीक्षा के बाद ।

CM राइज स्कूल छोड़े, दिव्यांग होने पर नहीं मानेंगे अतिशेष

जिला शिक्षा अधिकारी राठौड़ ने जो आदेश जारी किया है उसके मुताबिक जिले के सीएम राज स्कूलों में अतिशेष शिक्षकों को हटाने की कोई कार्यवाही नहीं होगी क्योंकि यह भोपाल स्तर से प्रचलित है वही दिव्यांग शिक्षक और जिन शिक्षकों की सेवानिवृत्ति होने में 1 वर्ष शेष है, उनको अतिशेष की श्रेणी से मुक्त रखा जाएगा।

इस बार अतिशेष की श्रेणी में वरिष्ठता के आधार पर उन लोक सेवकों को शामिल किया गया है जो कि शाला में कार्यभार ग्रहण करने की दिनांक में वरिष्ठ हैं। इसके अलावा अतिशेष की श्रेणी में आने वाले शिक्षकों के सेवा अभिलेख से उनके ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सेवा की जानकारी मांगी जा रही है जिसे भी अपडेट किया जाएगा।
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