Shivpuri News- एक साल के अंदर पति के साथ 7 फेरे, आशिक से मंदिर में शादी-अब अपहरण और बलात्कार की कहानी

Bhopal Samachar
शिवपुरी। आज एसपी ऑफिस शिवपुरी जिले के नरवर थाने की मगरौनी चौकी की सीमा मे रहने वाली एक 22 वर्षीय विवाहिता ने आवेदन दिया। इस आवेदन के अनुसार उसका 3 लोगों ने अपहरण कर , उसे 2 माह तक बंधक बनाकर उसका बलात्कार करने के आरोप लगाए है,लेकिन इस मामले में बताया जा रहा है कि विवाहिता की गुमशुदगी मगरौनी चौकी में दर्ज कराई थी और उसे गुमशुदगी की रिर्पोट के 5 दिन बाद पुलिस ने उसे दस्तयाब कर लिया था।

पहले आज के आवेदन से समझे कहानी

नरवर तहसील की हरदौल का पुरा निजामपुर की रहने वाली 22 वर्षीय नवविवाहिता ने बताया कि लगभग 2 माह पूर्व जब वह अपने मायके में आई थी और उसका परिवार खेत पर गया था तभी उसका अपहरण रिश्ते में लगने वाले मामा मुकेश गौड़ निवासी गडीखेरे तहसील चिनौर और साथी मनोज किरार निवासी भितरवार,अजय बाथम पुत्र मुन्ना बाथम निवासी सांसन तहसील भितरवार बलपूर्वक कट्टे की नोक पर घर से उठाकर मनोज किरार की आलटो किरार की गाडी से कर लिया।

अजय बाधम और उसके साथियों ने उसे जंगल में स्थित एक कमरे के मकान में बंधक बनाकर रखा था। इन सभी लोगो ने 2 माह तक सामूहिक रूप से बलात्कार किया। पीडिता ने बताया कि वह 14 जनवरी की रात बड़ी मुश्किल से इन लोगों के चंगुल से मुक्त होकर अपने घर आई और पूरा घटनाक्रम बताया।

मगरौनी चौकी में 2 नवंबर का दर्ज हुई थी गुमशुदगी

बताया जा रहा है कि विवाहिता 26 अक्टूबर को अपने घर से अजय बाथम के साथ गायब हुई थी,परिजनों ने अपने स्तर से खोजबीन की उसके बाद वह नहीं मिली तो परिजनो ने 2 नबंवर को उसकी गुमशुदगी मगरौनी चौकी में दर्ज कराई थी। मगरौनी चौकी पुलिस ने परिजनों की सूचना पर ही नवविवाहिता को 7 नवंबर को भितरवार के सांसन से बरामद कर लिया था। नवविवाहिता को परिजनों को सुपुर्द किया लेकिन विवाहिता अपने परिजनों के साथ नही गई,पुलिस की महिला एसआई ने बयान लेकर उसे स्वतंत्र कर दिया था।

आर्य समाज में अजय बाथम से की है शादी

नवविवाहिता की शादी एक साल पूर्व करैरा के फतेहपुर गांव में हुई थी,लेकिन शादीशुदा होने के बाद भी उसने अपने प्रेमी अजय बाथम के साथ आर्य समाज मंदिर ग्वालियर में शादी करने की खबर मिल रही है। विवाहिता अजय बाथम के साथ ही मनोज किरार के खेत में बने मकान में रह रही थी। 14 जनवरी पर परिजनों ने उसे अपने पास बुला लिया उसके बाद वह लौटकर भितरवार नहीं गई।

अजय बाथम का परिवार लेने आया था-मामला चौकी तक पहुंचा था

जानकारी मिल रही है कि जब विवाहिता वापस भितरवार नहीं गई तो अजय बाथम और उसके साथ 2 महिलाएं भी विवाहिता को लेने आए थे लेकिन विवाहिता का परिजनो ने उसको नहीं ले जाने दिया। परिजन अजय बाथम को पकडकर पुलिस चौकी भी ले गए थे। जब एफआईआर कराने की बात आई तो विवाहिता बीमार होने का बहाना बनाकर वहां से चली गई थी।
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