शिवपुरी। शिवपुरी-पोहरी रोड पर गुरुवार की देर रात सेंट्स चार्ल्स स्कूल के पास ट्रेक्टर ने शिशुपाल की बाइक को टक्कर मार दी इस घटना में शिशुपाल धाकड घायल हो गया। डायल 100 पर कॉल किया तो पुलिस मौके पर पहुंची।
आरोप है कि पुलिस ने उसकी अस्पताल तक पहुंचने में कोई मदद नहीं की और राहुल नामक व्यक्ति ने अपनी निजी गाड़ी से शिशुपाल को अस्पताल पहुंचवाया। शिशुपाल के हाथ और सिर में चोट के चलते उसे आईसीयू में भर्ती किया गया। फिर डॉक्टर ने मेडिकल कॉलेज के लिए रैफर कर दिया।
डायल 108 पर कॉल करने के 45 मिनट इंतजार के बाद भी एम्बुलेंस नहीं आई तो प्राइवेट एंबुलेंस से उसे मेडीकल कॉलेज लाया गया। एंबुलेंस में ऑक्सीजन न होने से शिशुपाल की हालत बिगड़ गई। मेडीकल कॉलेज में डॉक्टरों ने उसे ग्वालियर रैफर कर दिया। लेकिन मेडिकल कॉलेज में ही उसकी मौत हो गई।
5 किमी दूर ले जाने के लिए 1300 रूपए
शिशुपाल को मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया था। लेकिन निजी एम्बुलेंस वाला 5 किमी दूर ले जाने के लिए 1300 रुपए मांग रहा था। किसी तरह विधायक निधि की एम्बुलेंस चालक को 300 रुपए देकर मेडिकल कॉलेज तक ले गए।
लेकिन इस गाड़ी में ऑक्सीजन सुविधा न होने से किसान की हालत बिगड़ गई और ग्वालियर जाने के लिए भी सरकारी एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं हो सकी। निजी एंबुलेंस वाले ने 1300 रूपए की मांगे। जिसका परिणाम यह हुआ कि मेडिकल कॉलेज में किसान की मौत हो गई।
इनका कहना है
निजी एम्बुलेंस चालकों की जल्द ही बैठक रखेंगे। मरीजों को लाने ले जाने के संबंध में रेट लिस्ट निर्धारित हे। रेट लिस्ट से अधिक पैसे लेना गलत है। एम्बुलेंस चालकों को रेट लिस्ट चस्पा करने के संबंध में समझाइए देंगे। इस संबंध में कलेक्टर साहब से भी चर्चा कर निर्णय लेंगे।
डॉ. आरके चौधरी, सिविल सर्जन जिला अस्पताल शिवपुरी