नवजात को बचाने अस्पताल के अंदर चले तंत्र मंत्र, मरीज परेशान होते रहे- Shivpuri News

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शिवपुरी। 
आपने देखा होगा कि किसी जहरीले कीड़े या सांप के काटने पर अक्सर लोग झाड़ फूंक से जहर उतरवाने का प्रयास करते है। ऐसे कई मामले देखे जाते है कि तंत्र मंत्र के कारण लोगों की जान चली जाती हैं। तंत्र मंत्र अक्सर मरीज के घर होते है या तांत्रिक के घर,लेकिन पिछले कुछ दिनो से यह सब जिला अस्पताल में देखने को मिल रहा हैं।

पिछले दिनों एक महिला को सांप के काटे जाने पर अस्पताल परिसर में इलाज से पहले झांड फूक करते देखा वही बीते रोज एक नवजात को बचाने अस्पताल में देवी प्रकट हो गई। इस देवी के तंत्र मंत्र के कारण अन्य मरीज परेशान होते रहे और अस्पताल प्रबंधन की हिम्मत नहीं कर सका इस देवी के सामने जाने की।

जानकारी के अनुसार पोहरी के रानीपुरा राजखेड़ा निवासी संतोष जाटव अपनी पत्नी को प्रसव पीड़ा के चलते पोहरी लेकर गए थे। जहां उसकी पत्नी ने समय पूर्व एक बेटे को जन्म दिया। चूंकि समय से पूर्व डिलीवरी होने के कारण बच्चा काफी कमजोर था और डॉक्टरों ने उससे कहा कि इसका बचना मुश्किल है और उसे शिवपुरी रेफर कर दिया। जहां बच्चे को जिला अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती कर लिया।

जहां बच्चे की हालत काफी नाजुक थी। इससे परिजन काफी दुखी हो गए और बच्चे को बचाने की कवायद में जुट गए। इस दौरान संतोष जाटव एक बुजुर्ग महिला को लेकर अस्पताल में आ गया। जहां वह महिला चीखने चिल्लाने लगी और कहने लगी कि मैं देवी हूं और बच्चे को कुछ नहीं होने दूंगी। महिला इस तरह से चीखने पर वहां भीड़ लग गई।

महिला ने कुछ मंत्रों का उच्चारण कर हाथ में ली भभूत बच्चे पर फेंकने का प्रयास किया तो उसे एसएनसीयू में मौजूद स्टाफ ने रोक दिया। इसके बाद वह एसएनसीयू के बाहर गैलरी में बैठ गई और अपने आस.पास बच्चे के पिता और परिवार के अन्य महिला पुरूषों को बैठा लिया। जिससे अस्पताल की गैलरी बंद हो गई। इस दौरान वृद्धा अपने आप को माता बताते हुए तरह.तरह के क्रियाकलाप करने लगी और जिससे शोर मचाने लगा।

यह देख अन्य वार्डों में भर्ती मरीज घबरा गए। वहीं उनके अटेंडर भी इस शोर शराबे से परेशान हो गए। तांत्रिक महिला पूरे अस्पताल में भभूती उड़ाने लगी। इतना कुछ होने के बाद भी अस्पताल प्रबंधन ने कुछ नहीं किया और मरीज परेशान होते रहे।

बाद में इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो तब कहीं जाकर अस्पताल प्रबंधन जागा और अस्पताल में चल रही इस तंत्र विद्या को बंद कराकर तंत्र विद्या करने वाली बुजुर्ग और बच्चे के परिजनों को वहां से हटाया।

इनका कहना है
पोहरी से एक महिला और उसका बच्चा शिवपुरी आया था, बच्चे की हालत बेहद नाजुक थी। क्योंकि समय से पूर्व वह पैदा हो गया था। जिसे SNCU में भर्ती कराया गया था। इसी दौरान बच्चे के परिजन किसी तांत्रिक को लेकर अस्पताल में आए जो बच्चे तक भभूती फेंकना चाह रहे थे।

लेकिन स्टाफ ने ऐसा नहीं करने दिया। जिससे बच्चा अभी सुरक्षित है। अगर इसके बाद परिजनों ने अस्पताल की गैलरी में कुछ वायलंस पैदा किया है तो इसकी मैं जानकारी लेता हूं।
डॉ. आरके चौधरी सिविल सर्जन जिला अस्पताल शिवपुरी
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