शिवपुरी। शिवपुरी की जागरूक मीडिया ने कोटा-झांसी फोरलेन सडक के स्वास्थ्य का 45 किलोमीटर का बाइक से आडिट किया। इस आडिट में 45 किलोमीटर सडक पर इतने गड्ढे हो चुके है कि अब इसका मेंटेनेंस किया तो इस पर चलने वाले महसूस करेंगे कि डामर की नही पत्थर के खरंजे वाली सडक पर चल रहे हैं। कुल मिलाकर अब यह सड़क मेनटिनेंस लायक नहीं रह गई हैं।
कोटा-झांसी नेशनल फोरलेन हाईवे पर सफर काफी मुश्किल भरा हो गया है। सुरवाया से पहले झांसी लिंक रोड से फोरलेन हाईवे पर पहुंचते ही गड्ढे आपका स्वागत करना शुरू कर देत हैं। फोरलेन हाईवे तिराहे से करैरा से आगे बम्हारी तिराहे तक 45 किमी में एक तरफ गड्ढे ही गड्ढे हैं। मवेशियों को रोकने आबादी वाले इलाके में चैन फेसिंग आधी अधूरी लगाकर छोड़ दी है। क्रासिंग पर येलो सिग्नल और संकेत बोर्ड या तख्तियां ही गायब हैं।
शिवपुरी से करैरा की ओर फोरलेन हाईवे पर सुरवाया,अमोला घाटी,पुराना अमोला, सलैया, सिरसौद, नया अमोला करैरा बाईपास, और बम्हारी तिराहे तक 45 किमी के सफर में गड्ढे ही गड्ढे मिले। बम्हारी तिराहे से वापस शिवपुरी लौटते वक्त चंद जगह ही गड्ढे पाए गए।
शिवपुरी से करैरा या झांसी जाने वाले लोगों के लिए सफर काफी खतरनाक साबित हो रहा है। चालक यदि जरा सी भी असावधानी बरत दे तो हादसा निश्चित है। जबकि एनएचएआई ने मेंटेनेंस के लिए प्राइवेट कंपनी नियुक्त की है। ठेकेदार मेंटेनेंस नहीं करा रहा। नया अमोला स्थित मुन्ना ढाबे के ठीक सामने 20 दिन पहले ट्रक का टायर फट गया। लकीर की सूरत में गड्ढा हो गया है। यहां अक्सर बाइक सवारों को समस्या हो रही है।
कई क्रॉसिंग पर संकेतक और ब्लिंकर सिग्नल लाइट गायब
कोटा.झांसी फोरलेन हाईवे पर कई क्रासिंग पर संकेतक और ब्लिंकर यलो सिग्नल लाइट गायब हैं। किसी ने चोरी कर ली हैं या फिर टूट फूट गईं हैं। रात के सफर में अक्सर समझ नहीं आता कि आगे क्रासिंग हैए अथवा नहीं। गड्ढों भरी सड़क में हादसों की संभावना ज्यादा बनी रहती है।
पुराना पेंचवर्क कुछ जगह डिवाइडर की तरह बनाएए गाड़ियां उछल रहीं
सलैया से करैरा तक कुछ जगह पुराने पेंचवर्क हैं जो डिवाइडर की तरह से नजर आते हैं। सड़क के स्तर से ऊंचे होने से अक्सर वाहन उछल जाते हैं। जिससे हमेशा हादसे का डर लगा रहता है। गड्ढे व ऊंचाई वाले पेंचवर्क को बचाकर निकलते में अचानक चालक गाडियां मोड देते हैं, जिससे टकराने का डर रहता है।
कहीं और गड्ढे हो गए हैं तो भरवा देंगे
ष्झांसी तक गाड़ी से ज्यादा लिया थाए जहां गड्ढे ज्यादा थे, उन्हें भरवा दिया है। यदि इस दौरान कहीं और गड्ढे हो गए हैं तो हम उन्हें भी भरवा देंगे।
सूर्या कार्थिक, सुपरवाइजर, बारां-झांसी
लगभग 15 दिन में टेंडर हो जाएंगे।
ष्मेंटेनेंस का जितना काम थाए लगभग उतना पूरा हो गया है। अब सड़क ज्यादा खराब हो गई है। इसलिए फिर से डामरीकरण कार्य कराना है। लगभग 15 दिन में टेंडर हो जाएंगे। 20 साल के लिए नई कंपनी को काम सौंपा जा रहा है।
राजेश गुप्ता, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, NHAI ग्वालियर
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