संतोष शर्मा,पोहरी। पोहरी नगर पंचायत होने के बाद लोगों को उम्मीद थी कि कुछ कार्य प्राथमिकता के साथ संपन्न होंगे जिससे लोगों की परेशानियां कम होगी। वर्तमान में मुक्तिधाम पोहरी में अव्यवस्थाओं ने इस कदर पांव फैला रखे हैं कि बारिश के मौसम में अंतिम क्रिया करने में भी लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। अंतिम क्रिया हेतु निर्धारित स्थल पर टीनशेड न होने से शव के दाह संस्कार भी अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार नगर पंचायत पोहरी द्वारा 12 दिसंबर 2021 को 84 लाख रुपए की लागत से मुक्तिधाम में निर्माण कार्य किए जाने हेतु विज्ञप्ति का प्रकाशन किया गया था जिसके बाद मुक्तिधाम में समतलीकरण एवं सीसी का निर्माण प्रारंभ भी हो चुका था परंतु ठेकेदार द्वारा कार्य अधूरा छोड़ कर पुनः प्रारंभ नहीं किया गया है।
काफी लंबा समय बीत जाने के बाद भी मुक्तिधाम की दशा में सुधार नहीं हुआ है जिससे पोहरी वासियों को मरने के बाद भी अंतिम क्रिया हेतु संघर्ष करना पड़ रहा है। जबकि लगभग 84 लाख रू की राशि पोहरी विधायक एवं पीडब्ल्यूडी राज्यमंत्री सुरेश राठखेडा के प्रयासों से राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत की गई है
इससे ठेकेदार द्वारा मुक्तिधाम में कार्य भी प्रारंभ करा दिया गया परंतु शव के दाह संस्कार हेतु निर्धारित स्थल पर टीनशेड नहीं लगाई गई, जबकि मानवीय दृष्टिकोण से सर्वप्रथम कम से कम एक टीन शेड को लगाया जाना चाहिए था।
टीन शेड के न होने से पोहरी वासियों को शव के अंतिम संस्कार करने में भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है अभी हाल ही में 14 अगस्त को मोहन प्रसाद दीक्षित के देहांत एवं 27 जुलाई को सुनील तिवारी की माता जी के देहांत एवं 20 जुलाई को कटरा मोहल्ला निवासी संतोबाई जाटव के निधन के उपरांत मुक्तिधाम पोहरी पर बारिश के चलते दाह संस्कार में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था, परंतु अधिकारियों को इन सब से कोई सरोकार नहीं है यदि उनकी नीयत सही होती तो सर्वप्रथम एक टीन शेड को अस्थाई रूप से दाह संस्कार हेतु तैयार किया जा सकता था।
जब इस विषय में नगर परिषद के सीएमओ तेज सिंह यादव से चर्चा की गई तो उन्होंने अभी काम भी शुरू ना होने के विषय में बताया, जबकि फोटो में स्पष्ट रूप से नजर आ रहा है कि वहां समतलीकरण एवं सीसी रोड़ का निर्माण किया गया हैंए टीन शेड ना होने के विषय में सीएमओ साहब से प्रयन किया गया तो उनके द्वारा अनभिज्ञता जाहिर की गई।
कई माह पूर्व पोहरी नगर परिषद में पदस्थ सीएमओ को मुक्तिधाम में समस्या ही नजर नहीं आ रही है जबकि स्थानीय लोगों ने कई बार मुक्तिधाम का मुद्दा उनके सामने उठाया है। आखिर क्या वजह है कि सीएमओ को झूठ बोलना पड़ रहा हैए इस खबर के विषय में उनसे उनका पक्ष जानने के लिए संपर्क करना चाहा तो कई बार फोन करने के बाद भी उनका फोन रिसीव नहीं हुआ।