Shivpuri News- 3 घंटे का समय लगा 13 फुट लंबे मगरमच्छ को काबू करने में, घरों में कैद रहे लोग

Bhopal Samachar
शिवपुरी।
रविवार की सुबह जब शहर के लोग सोकर उठे तो कई कॉलोनियों के निवासियों के घरो में पानी गृह प्रवेश कर चुका था। सबसे ज्यादा दहशत में उस गली के लोग दहशत में आ गए जिनकी गली में एक 13 फुट का विशालकाय मगरमच्छ गुड मॉर्निंग करने उनके दरवाजे पर बठा था। प्राइवेट बस स्टैंड के पास गली में निवास करने वाले लोग पूरे 6 घंटे अपने घरो में कैद रहे। वन विभाग की टीम के एक दर्जन सदस्यों को लगभग 3 घंटे का समय मगरमच्छ को काबू करने में लगे।

जानकारी के अनुसार शनिवार की रात लगातार बारिश के कारण नाले अपनी सीमा लांघ कर पुलो से ऊपर बहने लगे। पुराने बस स्टैंड के पास से निकले नाले से 13 फुट लंबा विशालकाय मगरमच्छ सड़क पर आ गया और मंगल मसाले के सामने वाली गली में घुस गया,इस मगरमच्छ को सबसे पहले सुबह 6 बजे कॉलोनी में निवास करने वाले एक फॉरेस्ट कर्मचारी ने देखा,उन्होने पूरी गली के निवासियों को इस मगरमच्छ के होने की खबर करते हुए वन विभाग को सूचित किया।

सूचना के 2 घंटे बाद आई वन विभाग की टीम

बताया जा रहा है कि मगरमच्छ के आमद की खबर के बाद 2 घंटे बार वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। जब तक फिजिकल थाना पुलिस को मशक्कत करनी पडी। मगरमच्छ को देखने के लिए आमजन उसके पास आ रहे थे,लोग उसकी वीडियो फोटो खीच रहे थे। पुलिस केा गली में बैरिकेट लगाने पड़े और मि.मगरमच्छ की निगरानी के लिए पुलिस बल को खडा रहना पडा।

3 घंटे चला ऑपरेशन: बड़ी ही मुश्किल से काबू में आया मगरमच्छ

मगरमच्छ का रेस्क्यू करने के लिए पहुंची 12 सदस्यीय वन विभाग की टीम को 3 घंटे तक का समय लगा। सबसे पहले रस्सी के फंदे से उसके मुंह को बांधने का प्रयास किया,लेकिन मगरमच्छ बार बार अपने मुंह को हिला रहा था,उस आभास हो रहा था कि कोई चीज उसकी ओर फेंकी जा रही हैं,इसलिए बार बार वह मुंह से हिला रहा था। बड़ी ही मुश्किल से रस्सी का फंदा उसके मुंह में घुसा वह भी जबड़े ऊपरी हिस्से में,इसके बाद मुंह एक और रस्सी का फंदा फेंका गया उसमें भी टीम को सफलता मिली।

बार बार मगरमच्छ अपना जबडा खोलकर रेस्क्यू टीम को डराने का प्रयास कर रहा था। एक रस्सी का फंदा फसने के बाद दूसरा रस्सी का फंदा फंसा,4 लोगो ने इन दोनों फंदो को कसकर पकड़ रखा था। इसके बाद मगरमच्छ की आंखो पर एक बडी लडकी के सहारे से गिला बोरी का कट्टा उसकी आंखों पर डाला गया। लेकिन जब उसके जबड़े को कसने का प्रयास किया तो रस्सी गिली हो चुकी थी उसकी गांठ कस नही रही थी।

मगरमच्छ ने फिर पूरी ताकत छुटने के लिए लगाई तो उसकी आंखों पर डाला बोरी का कट्टा गिर गया। उसके बाद फिर उसकी आंखों पर लकड़ी के सहारे कट्टा डाला गया। वन विभाग की एक्सपर्ट रेस्क्यू टीम के सदस्यों ने पतली रस्सी से उसके मुंह को चारो ओर रस्सी का घेरा डाला और उसके मुंह पर ताकत से लात रखते हुए दबाया और रस्सी के घेरे से कसकर बांध दिया। इसके बाद यह विशालकाय मगरमच्छ काबू में आया। उसको जाल से बांधते दिया और गाडी में रखकर जाधव सागर में छोड दिया।
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