Shivpuri News- मासूम मगरमच्छ का निकाल दिया शिवपुरी के निर्भय मानुष ने जुलूस

Bhopal Samachar
शिवपुरी। यह खबर शिवपुरी वासियों के लिए नहीं बल्कि शिवपुरी जिले के बाहर के निवासियों के लिए है। आप जैसे ही मगरमच्छ का नाम सुनते ही कांप जाते होंगे,एक बड़ा सा विशालकाय जानवर जो अपने जबड़े में किसी को भी फसा कर उसकी जान निकाल सकता है,लेकिन शिवपुरी के लिए मगरमच्छ आम जानवर जैसा हो गया है।

आज शहर में अधिक बारिश के कारण नालो में उफान आ गया जिससे नाले में बसेरा बना चुके मगरमच्छ शहर की सडको पर आ गए। आज शहर में तीन जगह मगरमच्छ निकलने की घटना की खबर आई, 2 मगरमच्छो को सडको पर विचरण करते हुए कैमरे में कैद किया। प्राइवेट बस स्टैंड पर एक विशालकाय मगरमच्छ लोगों ने देखा,शहर के लोग उससे डरे नहीं बल्कि उसकी फोटोग्राफी करने में बिजी हो गए।

कई लोग तो कोशिश कर रहे थे कि इस विशालकाय मगरमच्छ के साथ करीब से करीब होकर सेल्फी ली जाए,लेकिन फिजिकल थाना पुलिस ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया और जनता को लठ्ठ के जोर पर वहां से खदेड़ दिया,फिर भी लोग नहीं मान रहे थे। मगरमच्छ ने भी सोचा होगा चलो पुलिस आ गई में अब सुरक्षित हूं शिवपुरी का मानुष तो मेरे से डरता ही नहीं हैं। पुलिस को पास पाकर जनता नही मगरमच्छ अपने आप को सुरक्षित महसूस कर रहा था।

वहीं दूसरी घटना कमालगंज क्षेत्र की थी,एक मासूम मगरमच्छ का कसूर बस इतना था कि वह नाले के तेज बहाव में बहकर सड़क पर आ गया,मगरमच्छ तीन फुट का था। शिवपुरी का निडर मानुष ने उस मासूम का रेस्क्यू कर दिया। एक काली रस्सी से इस निरपराध जीव को पकड लिया,कसकर बांध दिया और उसे सार्वजनिक सजा भी दी,उसको रस्सी से बांधकर उसे ले जाया गया जैसे मुर्गे की टांग को पकडकर ले जाया जाता है। मासूम मगरमच्छ का जुलूस भी निकाल दिया।

वन विभाग के जैसे ही इस मासूम पर अत्याचार की खबर मिली। दौडा दौडा आया और इस मासूम को मुक्त करकर उसे सांख्य सागर झील में छोड दिया। मगर मच्छ को जब सांख्य सागर झील में छोडा जा रहा था उसके बंधन जैसे ही मुक्त किए वह सरपट अपने घर की ओर भागा,उसके पीछे मुडकर भी देखा और सोचा होगा जान बची आज तो अब अपने घर को छोड़कर नाले के रास्ते शहर घूमने नहीं जाउंगा।

तीसरे मगरमच्छ निकलने की घटना मनियर क्षेत्र से आ रही है जहां बच्चों ने उसमें पत्थर मार मार कर ही उसे भगा दिया और फिर पानी में समा गया। शिवपुरी शहर में मगरमच्छ निकलने की घटना बडी नहीं हैं,कई बार तो शहर की निचली बस्तियों मे लोगों के साथ नींद लेते देखा गया हैं।