शिवपुरी। देश को 2 साल के कोरोना के ग्रहण से अब आजादी मिली है। कोरोना के कारण पिछले 2 साल से विघ्नहर्ता के गणेश उत्सव पर लॉकडाउन लगा था इस बार सभी प्रोग्राम अनलॉक हो गए। शिवपुरी शहर की शान और पहचान दिलाने वाला गणेश चतुर्थी की धूम है। इस बार गणेश उत्सव की तैयारी पूरे उत्साह के साथ है।
देश के प्रथम लाॅकडाउन के बाद श्रीगणेश ने मंच ग्रहण नही किया था,दूसरे लाॅकडाउन में सरकारी नियमो के साथ गणेश उत्सव मना,लेकिन इस बार अपनी पूरी गरिमा और उत्साह के साथ श्रीगणेश मंच ग्रहण करने को तैयार है। जिले में प्रतिमाओ का कारोबार 1 करोड रूपए से अधिक होने की उम्मीद हैं।
शिवपुरी मेें गणेश उत्सव शुरू करने के परपंरा आजादी से पूर्व सिंधिया राजवंश की महारानी जीजाबाई ने शुरू की थी,शहर ने इस परंपरा को आज भी जीवित रखा है। शहर में इस बार 100 से अधिक जगह गणेश जी के पंडाल बनाए जाने की खबर है। वही 17 फुट तक की प्रतिमा इस बार बनी है जो कमलागंज में अपना आसन ग्रहण करेंगी।
शिवपुरी में स्वमातादिन माहौर ने इस शहर में मुर्तियो का निर्माण शुरू किया था। अब इनके लगभग 8 परिवारो की अजीविका मुर्तियो के निर्माण से चलती हैं। स्वरूमातादिन माहौर की तीसरी पीढी अब इस काम में जुट गई हैं। हो सकता हैं कि तीसरी पीढी के मुर्ति निर्माण की सधी हुई कला आपके घर में गणेशजी के रूप में स्थापित होंगी।