Shivpuri news अध्यक्ष पद पर कब्जे के लिए भाजपा में घमासान तेज,मुट्ठी भर पार्षदों से कैसे अध्यक्ष बनेंगी सरोज रामजी व्यास

Bhopal Samachar

शिवपुरी। नगर पालिका अध्यक्ष पद पर भाजपा के दो गुटों में घमासान तेज हो गया है। पार्षदों के चुनाव में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिल गया है और यदि पार्टी में गुटबाजी न हो तो नपाध्यक्ष पद पर भाजपा की ताजपोशी तय है। लेकिन निर्वाचित पार्षद दो गुटों में बंट गए हैं। स्थानीय विधायक और प्रदेश सरकार की मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया खेमे में 14 से 15 पार्षद बताए जा रहे हैं। वह अभी तक जो स्थिति सामने आई दूसरे खेमे अर्थात सरोज रामजी व्यास के पास मुठ्ठी भर पार्षद है।

नपाध्यक्ष पद के लिए यशोधरा राजे खेमे ने अपना शक्ति प्रदर्शन भी कर दिया है और भाजपा के 13 तथा एक निर्दलीय पार्षद कुल मिलाकर 14 पार्षदों को गुजरात टूर के लिए रवाना कर दिया है। जबकि नरेंद्र सिंह तोमर गुट ने अभी स्पष्ट रूप से कोई शक्ति परीक्षण नहीं किया है। उनका पूरा फोकस पार्टी मेंडेट लेने पर है। कल नपाध्यक्ष पद की दावेदार श्रीमती सरोज व्यास के पति रामजी व्यास भोपाल में पार्टी नेताओं से मिलने पहुंचे। सूत्रों के अनुसार उनके कुछ भाजपा पार्षद भी थे। भाजपा के इस घमासान पर कांग्रेस के 10 और 7 निर्दलीय पार्षदों की नजरें लगातार केन्द्रित हैं।

भाजपा में यशोधरा राजे खैमे ने हालांकि अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। लेकिन सूत्रों के अनुसार इस खेमे से अध्यक्ष पद के लिए प्रबल दावेदार पूर्व नपा उपाध्यक्ष भानू दुबे की पत्नी दीप्ति दुबे है। लेकिन यदि इस नाम पर विरोध हुआ तो दूसरे विकल्प के रूप में पूर्व पार्षद रत्नेश जैन डिम्पल की पत्नी रितु जैन का नाम भी सामने आ सकता है। इस खेमे में सक्रियता यशोधरा राजे से भाजपा पार्षदों की बैठक के बाद और बढ़ गई।

मोहना में यशोधरा राजे ने भाजपा के 15 और 3 निर्दलीय पार्षदों की बैठक ली। इससे यशोधरा राजे खैमे ने भाजपा पार्षद दल में अपना बहुमत सिद्ध करने की कोशिश की। वहीं यह भी बताया कि 7 में से 3 निर्दलीय पार्षद सुमन बाथम, मट्टू खटीक और गौरव सिंघल खुले रूप में उनके साथ हैं।

ये तीनों निर्दलीय पार्षद भाजपा के बागी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़कर विजयी हुए थे। इस बैठक के अगले दिन 14 भाजपा पार्षद और एक निर्दलीय पार्षद को गुजरात के लिए रवाना कर दिया गया है। बताया जाता है कि ये पार्षद अब या तो 2 अगस्त अथवा 3 अगस्त को मतदान वाले दिन शिवपुरी आएंगे।

मोहना की बैठक में मौजूद दो पार्षद विजय बिंदास और रितु रत्नेश जैन पारिवारिक समस्या के कारण गुजरात नहीं गए। लेकिन गुजरात जाने वालों में मोहना बैठक से अनुपस्थित वार्ड क्रमांक 19 से जीते रामसिंह यादव भी शामिल हैं। यशोधरा राजे खैमे की इस रणनीति से नरेंद्र सिंह तोमर गुट पर दबाव बढ़ गया है।

अभी तक उन्होंने ऐसा कोई शक्ति प्रदर्शन नहीं किया। जिससे यशोधरा राजे खैमे की तरह उनके समर्थक पार्षदों की संख्या सामने आ सके। हालांकि दोनों खेमों ने दावा किया है कि उनके पास अध्यक्ष पद हेतु पर्याप्त पार्षद हैं और समय आने पर वे इसे स्पष्ट कर देंगे। नरेंद्र सिंह तोमर गुट की मेंडेट के अलावा कांग्रेस और निर्दलीय पार्षदों पर नजर है।

सवाल सबके मन मेंःकुछ पार्षदों की दम हैं नरेन्द्र सिंह गुट पर
सवाल सबके मन में चल रहा है कि राजे ने अपने पार्षदों का शक्ति प्रदर्शन करा दिया है लगभग 15 पार्षद गुजरात दर्शन करने गए है। वह 2 पार्षद किन्हीं पारिवारिक कारणों की वजह से नही जा सके। नरेन्द्र सिंह खेमे के पास 7 और 8 पार्षद है,अब इस गुट की निगाहे निर्दलीय और कांग्रेस की ओर लगी है,बताया जा रहा है कि यह गुट संपर्क करने में जुटा है।

अगर राजनीति की बात करे तो कांग्रेस और निर्दलीय अभी किसी से बंधे नहीं हैं कांग्रेस ने अपनी ओर से अभी तक कोई अधिकृत बयान नहीं दिया है कि वह अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी खड़ा करेंगे की नही,इस कारण माना जा सकता है कि कांग्रेसी भी किसी बंधन में नही है,और निर्दलीय भी किसी बंधन में नहीं हैं। सरोज रामजी व्यास कांग्रेस और निर्दलीय के भरोसे दम भर रहे है,लेकिन यह भी हो सकता है कि उक्त निर्दलीय और कांग्रेस के पार्षद दिप्ती भानू दुबे के भी संपर्क मे हो,कुल मिलाकर जो भी होगा वह सामने आ जाएगा लेकिन चर्चा में यह है कि मुट्ठी भर पार्षदों के भरोसे तोमर गुट कैसे फतेह करेगा।
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