पटिया पंचायत शुरू: उम्मीदवारों से अधिक रंग बदल रहा हैं वोटर,चढ़ने लगा है अब चुनाव का रंग- Shivpuri News

Bhopal Samachar
शेखर यादव,शिवपुरी । शिवपुरी नगर पालिका के निकाय का चुनाव का रंग अब चढ़ने लगा हैं। नपा शिवपुरी के 39 वार्डों में प्रत्याशी अब दम दख से मैदान में उतर चुके हैं,और पब्लिक को अपनी ओर आकर्षित करने का प्रयास कर रहे है,लेकिन निकाय चुनाव में इस बार पब्लिक भी चुनावी रंग मे रंग चुकी हैं और शहर में पटिया पंचायते शुरू हो चुकी है।

चुनाव एक जन चर्चा का विषय होता है अगर चुनाव छोटा अर्थात सरपंच और पार्षद का चुनाव होता है,जनता की रुचि इस चुनाव में बढ़ जाती है। पार्षद के चुनाव में मतदान का प्रतिशत बढ जाता है क्यो कि पार्षद के चुनाव में प्रत्याशियों को एक एक वोट की कीमत का ज्ञान होता है,कई वार्डो में दहाई से कम अंको में हार जीत देखी जा चुकी हैं।

इस चुनावी मौसम में प्रत्येक वार्ड के गली मोहल्ले में पटिया पंचायते शुरू हो चुकी है। गली मोहल्ले मे लोग आपस मे एकत्रित होकर अपने वार्ड के चुनाव का विश्लेषण कर रहे है। पिछले पार्षद के कामों को गिना रहे है काम नहीं किए उन्हें भी बता रहे हैं और नया पार्षद कौन होना चाहिए इस विषय पर भी चर्चा कर रहे है।

इस चर्चा में निर्दलीय को भी महत्वपूर्ण स्थान मिल रहा हैं। दलीय उम्मीदवारों के समर्थक के साथ साथ निर्दलीय उम्मीदवार के समर्थक भी पूरी दम से अपनी बात रख रहे हैं। कुल मिलाकर इस समय नगर का लगभग वोटर राजनीति के रंग में मस्त हैं,उम्मीदवार एक एक वोट की जुगाड लगा रहे है। इस चुनाव में देखा जा रहा है कि अगर वार्ड में वोटरो के रिश्तेदारो-दोस्तो के साथ अपने तार जोड़कर प्रत्याशी अपने वोटरों के घर ला रहे है उनसे अपने नाम का वीटो लगवा रहे है।

अभी वोटर बदल रहा हैं अपने रंग

निकाय चुनाव में प्रत्येक वार्ड में लगभग 10 प्रत्याशी खड़े हुए है। प्रत्याशी अपने वोटरों से मिल रहा हैं,इस जनसंपर्क की बेला में वोटर भी अपने रंग बदल रहा हैं। एक प्रत्याशी के जाते ही दूसरा उम्मीदवार आता है तो वोटर बडी ही सफाई से कहता है कि भाई आप चिंता न करे हम आपके साथ है,तीसरा आता है तो कहने लगता है आप हम पर मेहनत न करे हम तो आपको ही वोट देंगे,आप और कहीं मेहनत करे।

तीसरा उम्मीदवार जाता है तो चौथा वोट मांगने आता है तो वही वोटर फिर रंग बदलता है और कहता हैं भाई साहब आप तो मेरी ही समाज भाई है आपके वोट तो हमारे वोटों की गिनती से ही शुरू होंगें। कई वोटरों ने तो प्रत्याशियों के नंबर अपने मोबाइल में मेंबर और पार्षद और विजयी पार्षद के नाम से सेव कर लिए।

जैसे ही यह प्रत्याशी आता है तो मोबाइल निकाल कर दिखा रहे हैं आपका नाम ही हमने पार्षद के नाम से सेव किया हैं आप टेंशन न लो। वोटर का भी पता है कि यह 15 दिन हमे रंग बदलना है फिर जीता हुआ प्रत्याशी पूरे 5 साल तक रंग बदलेगा।
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