नरवर। नरवर कस्बे के वार्ड नंबर 10 दीनदयाल कॉलोनी में रहने वाली एक विधवा महिला पति की कोरोना से मौत के बाद, सरकारी सहायता के लिए दर-दर भटक रही है। महिला का आरोप है कि वह नप के कर्मचारियों को रिश्वत नहीं दे पा रही है इसलिए उसे कोरोना से पति की मौत के बाद मिलने वाली सरकारी सहायता भी नहीं मिल पा रही है। महिला मंगलवार को जनसुनवाई में कलेक्टर से गुहार लगाने आई तो उससे कह दिया गया कि आपको अगले महीने से राशन तो मिल जाएगा लेकिन कोरोना वाली सहायता राशि नहीं मिलेगी
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार जिन लोगों ने कोरोना काल में कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के बाद दम तोड़ा है उन्हें 50 हजार रुपये की सहायता दी जाएगी, लेकिन सच्चाई यह है कि आज भी कई लोग इस सहायता के लिए भटक रहे हैं उन्हें यह सहायता नहीं मिल सकी है। ऐसे ही लोगों में शामिल नरवर की रेखा बाथम नाम की महिला के पति लाला बाथम की मौत कोरोना संक्रमण के कारण 13 अगस्त 2021 को हो गई थी।
मृतक बीपीएल कार्ड धारक था। रेखा का कहना है कि उसने सारे दस्तावेज फार्म के साथ लगा दिए थे, लेकिन अब कहा जा रहा है कि राशन कार्ड में आपका नाम नहीं है इसलिए आपको पैसा नहीं मिलेगा। बकौल रेखा वह जब नप नरवर जाती है तो बाबू कहता है कि दस हजार रुपये दोगी तब वह राशन कार्ड में उसका नाम जोड़ेगा।
रेखा के अनुसार आज वह कलेक्ट्रेट इसी कारण आई थी कि उसकी समस्या का निराकरण हो जाए, लेकिन यहां से भी उसे यह कह दिया गया है कि अगले महीने से आपको राशन तो मिल जाएगा लेकिन कोरोना सहायता राशि नहीं मिलेगी। खास बात यह है कि महिला की समस्या का उचित निराकरण करने की बजाय अधिकारियों ने आवेदन नप नरवर के लिए ही अग्रेषित कर दिया है जहां उसे लगातार चक्कर कटवा-कटवा कर परेशान किया जा रहा है और उससे रिश्वत मांगी जा रही है।