हार्दिक गुप्ता @ कोलारस। जिले के कोलारस अनुविभाग में लगातार प्रसूताओ को प्रसव पीड़ा से अधिक सरकारी सिस्टम पीड़ा दे रहा हैं। तेंदुआ स्वास्थ्य केंद्र मे प्रसूता के परिजनों से नेग के रूप में रिश्वत वसूलने का मामला शांत हुआ कि नही एक और प्रसूता को सरकारी सिस्टम के द्वारा दी गई पीड़ा की खबर सामने आ गई कि खुले आसमान और चलते ट्रैक्टर में एक प्रसूता ने लाडो को जन्म दिया हैं। बार बार कॉल करने पर जननी नहीं आई इस कारण ही प्रसूता को प्रसव के लिए ट्रैक्टर से लाना पडा।
जानकारी के अनुसार गुरुवार की देर रात कोलारस नगर की सीमा से लगे गांव बैरसिया गांव में निवास करने वाली सबीना आदिवासी पत्नी फूलसिंह आदिवासी उम्र 24 साल को प्रसव पीड़ा शुरू हुई,बार बार जननी एक्सप्रेस को फोन नहीं किया लेकिन जननी नही आई,इधर लगातार प्रसव पीड़ा बढ रही थी सुरक्षित प्रसव कराने के लिए प्रसूता को ट्रैक्टर से कोलारस स्वास्थ्य केन्द्र ले जाना पडा।
कोलारस नगर में प्रवेश करते ही KPS स्कूल के पास प्रसूता सबीना को तेज दर्द होने लगा साथ में आई महिलाओ ने खुले आसमान और चलते ट्रैक्टर पर सबीना का प्रसव करा दिया। बताया जा रहा हैं कि सबीना आदिवासी ने बच्ची को जन्म दिया है,इसके बाद जच्चा बच्चा को कोलारस स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया जहां नर्सिंग स्टाफ ने दोनों को भर्ती किया।
कोलारस अनुविभाग में प्रसूताओ को प्रसव पीड़ा से अधिक सरकारी सिस्टम अधिक पीडा दे रहा हैं तेंदुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की रिश्वत से भरी वीडियो वायरल वीडियो अभी सुर्खियों में छाया हुआ हैं फिर एक और मामला प्रसूताओ को दर्द देने वाला सामने आ गया। इस मामले में जननी शिशु सुरक्षा योजना की लापरवाही सामने आई है।