पक्षी कैसे प्रकृति के चक्र में भागीदार होते हैं, बच्चों ने जंगल की यात्रा में जाना, हुए हैरान: अनुभूति कार्यक्रम- Shivpuri News

Bhopal Samachar
संतोष शर्मा शिवपुरी। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा स्कूली छात्र छात्राओं को वन्यजीवों एवं पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए "अनुभूति कार्यक्रम" का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें प्रदेशभर से छात्र छात्राओं को वन्य जीव अभ्यारण्य अथवा राष्ट्रीय उद्यान या सामान्य वन क्षेत्र में ले जाकर वन कर्मियों के द्वारा जंगल जंगली जीवो एवं पर्यावरण के प्रति आवश्यक जानकारी साझा की जाती है।

शिवपुरी और श्योपुर जिले की सीमा पर स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान में आसपास के विद्यालयों से विद्यार्थियों को भ्रमण के लिए लाया गया तथा उन्हें वन्यजीवों को पहचानने के लिए पुस्तकों के साथ ही फोल्डर एवं कैप आदि का वितरण किया गया।

अनुभूति कार्यक्रम के दौरान कूनो राष्ट्रीय उद्यान के पालपुर विश्राम गृह में बच्चों के लिए आयोजित कार्यक्रम में वन मंडल अधिकारी पीके वर्मा, कूनो पालपुर पश्चिम वन परिक्षेत्राधिकारी अवधेश धाकड़ एवं अन्य वन कर्मी उपस्थित रहे, जिन्होंने छात्र छात्राओं को ना केवल वन्य जीवन के विषय में जानकारी प्रदान की अपितु उन्हें पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपने दायित्वों का बोध कराया एवं संकल्प दिलाया कि वह पर्यावरण एवं वन्य जीवों के संरक्षण में अपना योगदान अवश्य करेंगे। विद्यार्थियों को एडवेंचर के लिए कूनो पालपुर में एडवेंचर जोन भी बनाया गया था जहां उन्हें रिवर राफ्टिंग, हिल क्लाइंबिंग आदि के विषय में जानकारी दी गई।

इस अवसर पर आने वाले छात्र-छात्राओं में वन्य जीवों की जैव विविधता एवं वनस्पतियों की प्रजातियों के विषय में जाना, भ्रमण के उपरांत विद्यार्थियों के लिए एक परीक्षा का आयोजन भी किया गया जिसमें उनसे कुछ प्रश्न का जवाब लिए गए। इसके उपरांत विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र का वितरण वन मंडल अधिकारी पीके वर्मा द्वारा किया गया।

इस अवसर पर पश्चिम बंगाल की कोलकाता की संस्था जंगली के सदस्यों द्वारा कार्यक्रम में शिरकत की गई जिसमें जंगली संस्था के सचिव राजा चटर्जी, राजकुमार, अली हबीब एवं शिवपुरी जिले के अधिमान्य पत्रकार संतोष शर्मा भी उपस्थित रहे।

देवेंद्र माहौर ने पक्षियों के विषय में दी जानकारी

कूनो राष्ट्रीय उद्यान में तैनात वनरक्षक देवेंद्र माहौर द्वारा विद्यालयों से आए छात्र छात्राओं को पक्षियों के विषय में विस्तृत जानकारी देते हुए उनकी पहचान उनके रहेगा एवं उनके व्यवहार के विषय में विस्तृत रूप में पुस्तक के माध्यम से समझाया गया तथा उन्हें पशु पक्षियों की संरक्षण तथा पर्यावरण के महत्व क्या है इसके ऊपर प्रकाश डालते हुए कहा कि यदि पक्षी नहीं होंगे तो पृथ्वी बीमारी फैलाने वाले बैक्टीरिया वायरस का घर बन जाएंगे गिद्ध एवं अन्य पक्षी जानवरों के मृत शरीर को खाकर इस धरती को स्वच्छ बनाने में अपना योगदान प्रदान करते हैं अतः उनकी सुरक्षा एवं देखभाल की जिम्मेदारी समस्त मानव जाति की होती है।