शिवपुरी। शिवपुरी जेल में बंद कैदी की संदिग्ध परिस्थितियो मे हुई मौत के बाद इस मामले को मानव अधिकार ने संज्ञान में लिया हैं। बताया जा रहा हैं कि इस मामले में जेल डीजीपी सहित शिवपुरी कलेक्टर व एसपी को नोटिस देते हुए एक माह के अंदर जबाव मांगा हैं। जेल में 15 दिन में हुई दो मौत के बाद लगातार जेल प्रबंधन पर सवाल खडे हो रहे हैं। वही कुछ माह पूर्व एक बंदी की मौत भी जहरीले कीडे काटने से हुई थी।
जैसा कि विदित हैं कि बीते 17 जनवरी को सुबह करीब 5 बजे जब जेल खुली तो बैरक में बंद महेश पुत्र बद्री धानुक निवासी पुरानी शिवपुरी को अचानक से घबराहट हुई और उसके मुंह से कफ बाहर आने लगा। जिसे वहां मौजूद जेल प्रहरी ने देखा और तुरंत ही जेलर को सूचित किया। इसके बाद जेलर अपने स्टाफ के साथ कैदी को लेकर अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उसका परीक्षण करने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। जिसकी जानकारी मृतक के परिजनों को दी गई तो वह अस्पताल पहुंचे।
जहां पति की लाश देखकर उसकी पत्नी बदहवाश हो गई और पुत्र भी चीख-चीख कर रोने लगा। इस दौरान मृतक की पत्नी ने अपने पड़ोस में रहने वाले धर्मेंद्र, ज्योति, अर्जुन और सुनील पर जेल में उसकी पति की हत्या कराने का आरोप लगाया। इस स्थिती को काबू करने के लिए 2 थानो के पुलिस बल को मोर्चा संभालना पडा था।
पड़ोस की मासूम से किया था मृतक ने बलात्कार
पुरानी शिवपुरी के तलैया मोहल्ला में रहने वाले महेश धानुक उर्फ महेश पेंटर ने 26 मई को पड़ोस में रहने वाली डेढ़ वर्षीय मासूम के साथ बलात्कार किया था। आरोप है कि बच्ची खेलते-खेलते पड़ोस में रहने वाले महेश पेंटर के घर पहुंच गई। उस समय महेश घर में अकेला होकर नशे में धुत्त था और नशे में धुत्त महेश ने डेढ़ वर्ष की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म को अंजाम दिया।
12 जनवरी को 7 माह की मासूम की ठंड लगने से हुई थी मौत
शिवपुरी सर्किल जेल में माता-पिता के संग रह रही परी लोधी (7 माह) पुत्री शंभू लोधी की 12 जनवरी को मौत हो गई है। बच्ची की मौत के संबंध में सर्किल जेल शिवपुरी के जेलर दिलीप सिंह ने बताया कि 16 नवंबर 2021 को बच्ची उसकी मां उमा भारती लोधी व पिता शंभू लोधी के संग आई थी। माता-पिता के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज है।
चूंकि बच्ची की उम्र उस वक्त छह माह थी, इसलिए उसे उसकी मां के संग रखा था। बच्ची 28 दिसंबर 2021 को बीमार हुई तो जिला अस्पताल शिवपुरी भर्ती कराया और 3 जनवरी 2022 को छुट्टी हो गई, लेकिन 10 जनवरी को फिर से बच्ची की तबियत बिगड़ी और जिला अस्पताल शिवपुरी भिजवाया।
जिला अस्पताल से 11 जनवरी को बच्ची को जीएमसी हॉस्पिटल शिवपुरी में शिफ्ट कर दिया। गंभीर हालत के चलते 12 जनवरी की दोपहर बाद बच्ची को ग्वालियर रेफर कर दिया। लेकिन ग्वालियर पहुंचने से पहले ही बच्ची की मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है।
वही कुछ माह पूर्व कृष्णपुरम कॉलानी में रहने वाले एक रजक समाज के युवक की भी मौत जेल में जहरीले काटने के कारण हुई थी। लगातार इन तीनो मौतो के कारण जेल प्रशासन पर सवाल खडे होने लगे हैं। बताया जा रहा हैं कि इस जानलेवा ठंड में जेल में बंद कैदियो को दिए जाने वाले ओढने बिछाने के लिए पर्याप्त बिस्तर रजाई की उचित सुविधा नही हैं। यही कारण है कि मासूम की मौत के बाद एक बंदी ने और दम तोड दिया।