कचरे में ढेर में बदला शिवपुरी, कलेक्टर पहुंचे सफाईकर्मियों के बीच और लड्डू खिलाकर की हडताल समाप्त- Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। चार सूत्रीय मांगों को लेकर नगर पालिका के सफाईकर्मी 10 दिन से हड़ताल पर हैं। जबकि नगर पालिका प्रशासन द्वारा इन चार मांगों में से तीन मांगे मान ली गई हैं। परंतु सफाईकर्मी अंशकालिक सफाईकर्मियों को कलेक्टर वेतनमान देने की मांग पर अड़े हुए थे। इसी बीच शिवपुरी कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह सफाईकर्मीयों के बीच पहुंचे और सफाईकर्मीयों को आश्वासन देते हुए 10 दिन से चल रही हडताल को समाप्त कराते हुए सफाईकर्मीयों को लड्डू खिलाया। सीएमओ शैलेष अवस्थी का कहना है कि जो चीज मेरे हाथ में नहीं है, वह मैं कैसे दे सकता हूं। कलेक्टर वेतनमान नगर पालिका के पूर्णकालिक कर्मचारियों को ही दिया जाता है।

लगातारी जारी हडताल से शहर कचरे के ढेर पर आ गया है। चारों और गंदगी का अंबार लगा हुआ है। गली मोहल्ले में चारों ओर कचरा ही कचरा बिखरा हुआ है। जिसे लेकर सीएमओ ने एक तरीका खोजा है। सीएमओ ने आउटसोर्स कम्पनी से सफाईकर्मी नियुक्त करने की योजना बनाई है। देखना यह है कि क्या नगर पालिका अपनी इस मुहिम को अंजाम दे पाएगी या नहीं। सीएमओ अवस्थी का कहना है कि ऑउटसोसिंग के लिए उन्होंने टेंडर निकाल दिए हैं। बकौल अवस्थी वैकल्पिक व्यवस्था आवश्यक है ताकि ऐसी समस्या का सामना न करना पड़े और जनजीवन परेशान न हो।

नगर पालिका में स्थाई सफाईकर्मी 120 हैं। जबकि इनसे ढ़ाई गुना अधिक 300 सफाईकर्मी अंशकालीन हैं। अंशकालीन सफाईकर्मी मांग कर रहे हैं कि उनका वेतन नियमित सफाईकर्मियों की तरह हो। इसी मुख्य मांग को लेकर वह हड़ताल पर बैठे हैं। इसके अलावा सफाईकर्मियों की तीन अन्य मांगे हैं- इनमें से पहली मांग यह है कि सफाईकर्मी की मृत्यु के बाद उसके परिवार के किसी सदस्य को अनुकम्पा नियुक्ति दी जाए। नगर पालिका प्रशासन ने सफाईकर्मियों की इस मांग को स्वीकार कर लिया है।

दूसरी मांग सफाईकर्मियों की वेतन बढ़ाने की है। बताया जाता है कि क्लेरीकल मिस्टेक के कारण कुछ सफाईकर्मियों को कम वेतन मिला है। इस पर सीएमओ ने सफाईकर्मियों को आश्वस्त किया है कि पूरी जानकारी लेने के बाद जिनको राशि कम मिली है, उन्हें एरियर के माध्यम से राशि जारी करवा देंगे। तीसरी मांग ईपीएस की है। जिसमें कुछ सफाईकर्मियों के खाते में राशि जमा नहीं की गई है।

सीएमओ ने कहा कि वह यह मांग भी मानने को तैयार हैं। इन तीनों मांगों पर सफाईकर्मियों और नगर पालिका में सहमति बन गई। लेकिन चौथी मांग पर अभी भी तनातनी जारी है, जिसके कारण सफाईकर्मी हड़ताल वापिस लेने को तैयार नहीं थे। जिसके चलते उन्होंने कहा कि अगर हमें अंशकालीन भु्गतान किया जाता है तो हम अंशकालीन काम करेंगे। पूर्ण कालीन काम नहीं करेंगे। जिसपर कलेक्टर ने उन्हें अंशकालीन काम करने का आदेश दे दिया है।

अंशकालीन कर्मचारियों को कलेक्टर वेतनमान दिया जाना मेरे अधिकार में नहीं : सीएमओ

नगर पालिका के मुख्य कार्यपालन अधिकारी शैलेष अवस्थी ने बताया कि सफाईकर्मियों की लगभग सभी मांग मान ली गई हैं। इसके बाद भी वह काम पर नहीं आ रहे। उनका कहना है कि अंशकालीन कर्मचारियों को कलेक्टर वेतनमान दिया जाए, जो कि मेरे हाथ में नहीं है। इसी बची उन्होंने कहा कि अगर हमें अंशकालीन भुगतान मिलता है तो वह काम भी अंशकालीन करेंगे। जिसपर उनकी बात को मान लिया गया है और यह हडताल समाप्त हो गई है।

इसके साथ ही सीएमओ ने शासन को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि सफाईकर्मियों की हड़ताल से पूरा नगर परेशान हो रहा है। ऐसे में जनहित में सफाईकर्मियों को हड़ताल समाप्त कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम ऑउटसोर्स कम्पनी के जरिए सफाईकर्मियों को नियुक्त करने की प्रक्रिया पर विचार कर रहे हैं।