DNS: नई दुनिया में डॉ डीन नही डॉ डॉन हैं, पत्रिका की चेतावनी बेमास्क मतलब तीसरी लहर की चपेट, भास्कर ने बहाई भक्ति की धारा

Bhopal Samachar
daliy news scan@ शिवपुरी। शिवपुरी के समाचार पत्रो की प्रमुख खबरो में पत्रिका ने अपनी लीड खबर में कोरोना के खतरे को लेकर प्रकाशित की हैं,वही भास्कर के संवाददाता संजीव बाझंल ने भक्ति के भाव को प्रकाशित किया हैं। नई दुनिया के ब्यूरो अभिषेक शर्मा ने मेडिकल कॉलेज का डीन डॉ निगम के डॉन जैसे कार्यो को प्रकाशित किया हैं।

पत्रिका: पत्रिका न्यूज पेपर ने अपनी शिवुपरी पत्रिका की लीड खबर बाजार में चौतरफा भीडभाड,90 फीसदी चेहरों से मास्क गायब शीर्षक से प्रकाशित की हैं। साथ सरकारी आफिसो में काम करने वाले अफसरो के चेहरे भी बेमास्क हैं। पत्रिका ने खबर में प्रकाशित किया हैं कि कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन के रूप में तीसरी लहर के रूप में दस्तक दे रहा हैं। यह वेरिएंट दूसरी लहर से 5 गुना अधिक अक्रमाक है।

हम दूसरी लहर के दुष्परिणमो के दंश झेल चुके हैं और इससे सबक न लेते हुए अपने चेहरो को बेमास्क करे हुए है। इस वेरिएंट को देश और दुनिया की सरकारे सजग हो गई है। फिर से जनजीवन प्रतिबंधो में बंध जाऐगा। कोरोना से लडने के लिए सजगता आवश्यक हैं,फिर भी लोग मास्क नही लगा रहे। भीड भीड वाली जगह पर लोग बेमास्क घूम रहेे है। वही पत्रिका के बदरवास संवाददाता संजीव जाट ने फिर डेंगू से भरी खबर का प्रकाशन किया हैं।

दैनिक भास्कर: दैनिक भास्कर ने अपनी शिवुपरी भास्कर की लीड खबर में धर्म की साधना:पति और इकलौते बेटे के दुनिया से विदा होने के बाद जिनसे सुना जीवन है पानी की बूंद कब मिट जाए रे भजन,शीर्षक से खबर का प्रकाशन किया है। इस खबर में बताया है कि पांच साल के अंतराल में पहले इकलौते बेटे और फिर पति के दुनिया से विदा हो जाने के बाद जब अशांत मन ने घर की खिड़की से जैन आचार्य विमर्श सागर महाराज द्वारा गाए एक गीत ने मन गुरु भक्ति में ऐसा नामा की उन्हीं से आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत लेकर धर्म की साधना प्रारंभ की और अब मोक्ष मार्ग की सीढ़ी पर चढ़ने जेनेश्वरी दीक्षा लेना स्वीकार कर लिया है।

इस खबर में प्रकाशन किया हैं शहर के सावरकर कॉलोनी में निवासरत ब्रह्मचारिणी मीरा दीदी ( 69 वर्ष) जो गृहस्थ अवस्था में 46 साल पहले 1975 में होम्योपैथ डॉक्टर केएल जैन से विवाह बंधन में बंधी। दिव्यांग इकलौते बेटे मनोज ( 28 साल) का सन 2002 में अचानक निधन हो गया। जिससे वह टूट गईं। बेटे के गम में पति बीमार रहने लगे। सन 2007 में उनके पति सावरकर उद्यान में मॉर्निंग वॉक के दौरान अचानक दुनिया से विदा हो गए। जिससे वह बुरी तरह टूट गई और मानसिक अवसाद की स्थिति बनी,लेकिन आचार्य जी के द्धवारा गए गीत ने जीवन को पुन:जीवित कर दिया और जैन दर्शन के अनुसार नियम पालन करने का संकल्प लिया।

नईंदुनिया: नईदुनिया ने अपनी शिवपुरी के पेज पर मेडिकल कॉलेज के डीन और अधीक्षक के काले कामो का उजागर किया हैं। खबर में बताया गया है कैसे डॉ निगम ने 45 लाख की खरीदी में घोटाला किया है। डॉ निगम ने 6 माह में एक भी मरीज नही देखा वे कैंसर स्पेशलिष्ट हैं,मरीज नही देखने के कारण शिवपुरी के केंसर पीडितो को अन्य शहरो की ओर रूख करना पडता है।

खबर में प्रकाशित किया हैं कि मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में 198 नर्सिंग पदों की भर्ती की गई थी। इसके साथ ही पिछले एक वर्ष में कई पदों पर भर्तियां की गई हैं। इनमें हुए भ्रष्टाचार के लिए डीन डॉ. अक्षय कुमार निगम और जीएमसी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. केबी वर्मा को हटाए जाने के लिए शिकायत मुख्यमंत्री तक पहुंच गई है। इस पर चिकित्सा शिक्षा विभाग के संचालक और अवर सचिव दाेनों ने ही जांच के लिए ग्वालियर आयुक्त को पत्र लिखा है।
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