शिवपुरी। आज कलेक्ट्रेट में आयाजित जनसुनवाई में हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहने वाले नवल किशोर स्वर्णकार पहुंचे और उन्होने बैक प्रबंधन पर अपनी गिरवी रखी हुई रजिष्ट्री खोने का आरोप लगाया हैं।
नवल किशोर ने ICICI Bank बैंक से 2 लाख रूपए का लोन लिया था और बदले में अपने घर की रजिष्ट्री गिरवी रखी थी। उसने 10 हजार रुपए की किश्त चेक के माध्यम से बैंक को अदा करते हुए, पूरा लोन मय ब्याज के 5 लाख रुपए 2012 में बैंक को अदा कर दिया। लोन चुकता होने के बाद जब रजिस्ट्री वापस मांगी तो बैंक प्रबंधन कह रहा है कि रजिस्ट्री खो गई है।
पीड़ित ग्वालियर से लेकर अहमदाबाद तक कई चक्कर लगा लगाकर थक गया है, लेकिन 9 साल बाद भी उसकी रजिस्ट्री वापस नहीं दी गई है। इस पूरे मामले में जब बैंक प्रबंधन से बात की गई तो बैंक प्रबंधन से जुड़े धीरज शर्मा का कहना है कि अभी लोन का 4.48 लाख रुपए बकाया है जो संबंधित ने नहीं चुकाया है, इसलिए उसकी रजिस्ट्री वापस नहीं की गई है।
लीड बैंक से 181 तक शिकायत, नहीं हुआ निराकरण
पीड़ित का कहना है कि वह मामले की शिकायत जनसुनवाई से लेकर लीड बैंक संस्था और 181 पर भी दर्ज करा चुका है, लेकिन हर जगह से सिर्फ आश्वासन देकर लौटा दिया जा रहा है। बकौल नवल किशोर 181 पर 2017 से शिकायत पेंडिंग पड़ी है, कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही।
अब हाईकोर्ट की ली शरण
पीड़ित पूरे मामले में सरकारी सिस्टम से हताश होने की बात कह रहा है। उसके अनुसार अधिकारी बैंक प्रबंधन से कोई जवाब नहीं मांग रहे हैं। यही कारण है कि उसने अब मामला हाई कोर्ट में लगा दिया है, अब उसे वहीं से न्याय की आस है।